Constipation Causes : कब्ज आजकल कई लोगों की आम समस्या बन चुकी है। जब हमारा खाना पेट और आंतों में ठीक से नहीं पचता और वहीं रुक जाता है, तो शरीर में हानिकारक टॉक्सिन जमा होने लगते हैं। इससे न सिर्फ पेट भारी-भारी लगता है, बल्कि कब्ज की शिकायत भी बढ़ने लगती है। ज्यादातर लोग मानते हैं कि कब्ज सिर्फ गलत खानपान की वजह से होती है, लेकिन हकीकत में इसके पीछे कई और कारण भी हो सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कब्ज के पीछे क्या-क्या वजहें हो सकती हैं और इन्हें कैसे समझा जाए।
सिर्फ फाइबर ही नहीं, पानी भी है जरूरीकब्ज से राहत पाने के लिए अक्सर लोग कहते हैं कि फाइबर से भरपूर खाना खाओ। यह सलाह बिल्कुल सही है, लेकिन सिर्फ फाइबर खाने से काम नहीं चलता। दरअसल, फाइबर को पचाने के लिए हमारे शरीर को ढेर सारा पानी चाहिए। अगर आप फाइबर तो खा रहे हैं, लेकिन पानी कम पी रहे हैं, तो फाइबर पेट में अटक सकता है। इससे अपच की दिक्कत बढ़ती है और कब्ज की समस्या और गंभीर हो जाती है। इसलिए फाइबर के साथ-साथ खूब पानी और तरल पदार्थ पीना बहुत जरूरी है।
बैठे रहने की आदत और एक्सरसाइज की कमीआज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग ऑफिस में घंटों कंप्यूटर के सामने बैठे रहते हैं। इस तरह की स्थिर दिनचर्या हमारे मेटाबॉलिज्म को धीमा कर देती है। इसका सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। जब पाचन ठीक नहीं होता, तो खाना आंतों में ठीक से नहीं पचता और कब्ज की दिक्कत बढ़ जाती है। इसके अलावा, ज्यादा वजन बढ़ना भी इस समस्या को और बढ़ाता है। रोजाना हल्की-फुल्की एक्सरसाइज, जैसे टहलना या योग, और लंबे समय तक बैठे न रहना कब्ज से बचने का आसान तरीका हो सकता है।
कुछ दवाइयां भी बन सकती हैं विलेनकई बार कब्ज का कारण कुछ खास दवाइयां भी हो सकती हैं। कुछ दवाएं पेट फूलने (ब्लोटिंग) या पाचन से जुड़ी समस्याओं को बढ़ाती हैं, जिससे कब्ज हो सकता है। अगर आपको लगता है कि दवा लेने के बाद पेट में गड़बड़ी हो रही है, तो फौरन अपने डॉक्टर से बात करें। बिना सलाह के दवाइयां बदलना या बंद करना सही नहीं है।
थायराइड और डायबिटीज का भी है कनेक्शनहमारे शरीर का एंडोक्राइन सिस्टम हार्मोन्स को कंट्रोल करता है। लेकिन थायराइड या डायबिटीज जैसी बीमारियों में हार्मोन्स का बैलेंस बिगड़ जाता है, जिसका असर पाचन तंत्र पर पड़ता है। इससे कब्ज की शिकायत हो सकती है। अगर आपको लंबे समय से कब्ज की समस्या है, तो एक बार थायराइड और डायबिटीज की जांच जरूर करवाएं। सही समय पर इलाज से इस परेशानी को काबू किया जा सकता है।
क्रोहन और IBS जैसे रोग भी जिम्मेदारकुछ गंभीर बीमारियां, जैसे क्रोहन रोग और इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS), भी कब्ज का कारण बन सकती हैं। क्रोहन रोग में आंत का एक हिस्सा सिकुड़ जाता है, जिससे खाना ठीक से नहीं गुजर पाता और कब्ज की दिक्कत शुरू हो जाती है। अगर आपको कब्ज के साथ बार-बार पेट दर्द या सूजन की शिकायत हो, तो फौरन डॉक्टर से मिलें। ऐसी स्थिति में लापरवाही बिल्कुल न करें।
तनाव और डिप्रेशन का भी बड़ा रोलआज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं आम हो गई हैं। ये सिर्फ हमारे दिमाग को ही नहीं, बल्कि शरीर को भी प्रभावित करती हैं। खास तौर पर डिप्रेशन की कुछ दवाएं कब्ज को और बढ़ा सकती हैं। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना और जरूरत पड़ने पर सही इलाज करवाना बहुत जरूरी है।
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