EPF KYC Update : अगर आपने हाल ही में नौकरी छोड़ दी है और EPF (Employees’ Provident Fund) में नया पैसा जमा नहीं हो रहा, तो घबराने की कोई बात नहीं। आपका जमा किया हुआ सारा पैसा EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) के पास पूरी तरह सुरक्षित पड़ा रहता है।
सबसे अच्छी बात ये है कि शुरुआती 3 साल तक, भले ही कोई नया योगदान न हो, आपके EPF खाते पर ब्याज मिलता रहता है। यानी आपका पैसा न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि वो धीरे-धीरे बढ़ता भी जाता है – बस नई जमा राशि नहीं जुड़ती। ये सुविधा इसलिए है ताकि नौकरी बदलने वालों को तनाव न हो।
3 साल बाद क्या होता है EPF खाते के साथ?
अब अगर लगातार 36 महीने, यानी पूरे 3 साल तक, आपके EPF खाते में कोई योगदान नहीं होता, तो खाता ‘Inactive’ (निष्क्रिय) हो जाता है। इसका सीधा असर ये पड़ता है कि अब उस पर ब्याज जुड़ना बंद हो जाता है।
लेकिन चिंता मत कीजिए, आपका मूल पैसा और अब तक जमा हो चुका ब्याज बिल्कुल सुरक्षित रहता है। आप इसे कभी भी निकाल सकते हैं, बस ब्याज का फायदा आगे नहीं मिलेगा। EPF नियमों के मुताबिक, ये व्यवस्था इसलिए है ताकि पुराने खाते नजरअंदाज न रहें।
बेरोजगारी में EPF से पैसे कैसे निकालें?
अगर आप 2 महीने से ज्यादा समय से बेरोजगार हैं, तो EPF खाते से पैसा निकालने का विकल्प खुल जाता है। ये आसान प्रक्रिया है, लेकिन सावधानी बरतें। अगर आपकी कुल सेवा अवधि 5 साल से कम है, तो निकासी पर टैक्स लग सकता है – जो आपकी कमाई का एक हिस्सा काट लेगा। वहीं, अगर 5 साल पूरे हो चुके हैं, तो EPF निकासी पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है। इसलिए, निकालने से पहले अपनी सेवा अवधि चेक कर लें, ताकि अनचाहा टैक्स न देना पड़े।
नई नौकरी में पुराना EPF खाता मत छोड़ना
नई नौकरी जॉइन करने पर पुराने EPF खाते को बंद करने की भूल बिल्कुल न करें। इसके बजाय, अपने UAN (Universal Account Number) का इस्तेमाल करके सभी पुराने PF खातों को एक साथ जोड़ लें। इससे आपकी पूरी सेवा का रिकॉर्ड एक जगह इकट्ठा हो जाता है, ब्याज लगातार चलता रहता है, और टैक्स संबंधी परेशानियां भी दूर रहती हैं। UAN के जरिए ये मर्जिंग EPFO पोर्टल पर मिनटों में हो जाती है।
KYC अपडेट रखें, नहीं तो EPF निकासी बनेगी सिरदर्द
कई बार लोग पुराने PF अकाउंट को भूल जाते हैं या KYC (Know Your Customer) डिटेल्स अपडेट नहीं करते, जिससे बाद में पैसा निकालना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, हमेशा अपने आधार, बैंक अकाउंट और KYC डिटेल्स को अपडेट रखें। अगर आपके पास कई PF खाते हैं, तो उन्हें मर्ज कर एक सिंगल EPF खाता बना लें।
इससे न सिर्फआपकी बचत पर नजर रखना आसान हो जाता है, बल्कि ब्याज की गणना भी सही रहती है। EPF नियमों को फॉलो करके आप अपनी फाइनेंशियल सिक्योरिटी को मजबूत बना सकते हैं।
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