उत्तराखंड के बहुचर्चित Ankita Bhandari Murder Case ने देशभर में हलचल मचा दी थी। आज, कोटद्वार की अदालत ने इस मामले में बड़ा फैसला सुनाया, जिसने लाखों लोगों के दिलों को सुकून दिया। ADJ (अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश) Reena Negi की कोर्ट ने मुख्य आरोपी Pulkit Arya और सह-आरोपियों Ankit Gupta व Saurabh Bhaskar को दोषी ठहराते हुए आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई। साथ ही, पीड़ित परिवार को ₹4 लाख का मुआवजा देने का आदेश भी जारी किया गया। यह फैसला न केवल Ankita Bhandari के परिवार के लिए, बल्कि समाज में न्याय की उम्मीद जगाने वालों के लिए भी एक मील का पत्थर है।
एक मासूम की दर्दनाक कहानीAnkita Bhandari, उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल की एक साधारण लड़की, अपने सपनों को सच करने के लिए मेहनत कर रही थी। लेकिन 2022 में, एक रिसॉर्ट में काम करने के दौरान उसकी जिंदगी को क्रूरता से छीन लिया गया। इस मामले ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोरा, बल्कि पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ा दी। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर #JusticeForAnkita ट्रेंड करने लगा, और लोग सड़कों पर उतर आए। इस हत्याकांड ने महिलाओं की सुरक्षा और कार्यस्थल पर उनके अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए।
कोर्ट का ऐतिहासिक फैसलाकोटद्वार की ADJ Reena Negi की अदालत में लंबी सुनवाई के बाद, Pulkit Arya, Ankit Gupta और Saurabh Bhaskar को भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत दोषी पाया गया। कोर्ट ने साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर यह साबित किया कि इन तीनों ने Ankita Bhandari की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। आजीवन कठोर कारावास की सजा के साथ-साथ, प्रत्येक दोषी पर भारी जुर्माना भी लगाया गया। इसके अलावा, कोर्ट ने पीड़ित परिवार के लिए ₹4 लाख के मुआवजे का आदेश दिया, जो उनके दुख को कम तो नहीं कर सकता, लेकिन यह एक छोटा-सा प्रयास है उनके प्रति संवेदना और समर्थन दिखाने का।
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