2025 में सोने की कीमतों ने ऐसा नया शिखर छुआ है, जिसने निवेशकों से लेकर आम लोगों तक को हैरान कर दिया। इस साल सोने ने न केवल रिकॉर्ड बनाए, बल्कि यह निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर बनकर उभरा है। वैश्विक उथल-पुथल और आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच सोना एक बार फिर ‘सुरक्षित निवेश’ का प्रतीक बन गया है। इस लेख में हम सोने की कीमतों में आई इस ऐतिहासिक तेजी के कारणों, इसके प्रभाव और भविष्य की संभावनाओं पर नजर डालेंगे।
सोने की कीमतों में अभूतपूर्व तेजीपिछले छह महीनों से सोने की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है। जून 2025 तक सोने ने 3% की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना रिटर्न दे चुका है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की तेजी इससे पहले मई 2002 में देखी गई थी, जब वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता अपने चरम पर थी। इस बार भी वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, खासकर इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते संघर्ष, ने सोने की मांग को आसमान छूने पर मजबूर किया है। इसके अलावा, यूनाइटेड स्टेट्स फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर सख्त नीति ने भी निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है।
बीते 20 सालों का सुनहरा सफरपिछले दो दशकों में सोने ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। 2005 में जहां सोने की कीमत 7,638 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, वहीं जून 2025 तक यह 1,00,000 रुपये को पार कर चुकी है। यह 1,209% से अधिक का रिटर्न है, जो निवेश के लिहाज से एक बड़ा आंकड़ा है। चांदी भी पीछे नहीं रही और इसने 668.84% का रिटर्न दिया। इतिहास बताता है कि पिछले 75 सालों में सोने की कीमतों में ऐसी तेजी केवल 13 बार ही देखी गई है। यह आंकड़ा सोने की स्थिरता और दीर्घकालिक निवेश के रूप में इसकी विश्वसनीयता को दर्शाता है।
क्यों बना सोना निवेशकों का पसंदीदा?वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच सोना और चांदी सुरक्षित निवेश के रूप में उभरे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सोना, जिसे ‘सेफ हेवन’ कहा जाता है, आर्थिक संकट के समय निवेशकों का भरोसा जीतता है। चांदी, जो सोने की पूरक धातु है, भी निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन रही है। बाजार विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में सोने और चांदी को शामिल करना चाहिए, ताकि जोखिम को कम किया जा सके। खासकर तब, जब वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
प्रमुख शहरों में सोने की कीमतेंभारत के प्रमुख शहरों में सोने की कीमतें लगभग एकसमान रही हैं, लेकिन कुछ अंतर देखने को मिले हैं। मुंबई में सोना 99,120 रुपये प्रति 10 ग्राम, दिल्ली में 98,950 रुपये, चेन्नई में 99,410 रुपये और कोलकाता में 98,990 रुपये पर बिक रहा है। वहीं, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का औसत भाव 99,096 रुपये रहा। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि सोने की मांग पूरे देश में एकसमान रूप से बढ़ रही है।
भविष्य में क्या है सोने की चमक?विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है। वैश्विक तनाव, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों में बदलाव जैसे कारक सोने की मांग को और बढ़ा सकते हैं। हालांकि, हाल के कुछ दिनों में कीमतों में थोड़ी नरमी भी देखी गई है, जो फेडरल रिजर्व की नीतियों और वैश्विक बाजारों में स्थिरता के संकेतों का परिणाम हो सकती है। फिर भी, सोना और चांदी लंबे समय तक निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बने रहेंगे।
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