वॉशिंगटन, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । चीन ने अमेरिका के एक सरकारी कर्मचारी को देश छोड़ने से रोक दिया है, जिसकी पुष्टि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को की। यह कर्मचारी निजी यात्रा पर चीन गया था, लेकिन अब उसे वहां से निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। यह घटना अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच सामने आई है।
विदेश विभाग ने कर्मचारी की पहचान उजागर नहीं की, लेकिन बताया कि वह अमेरिकी पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय से जुड़ा है, जो कि वाणिज्य विभाग के अंतर्गत आता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, हम इस मामले पर बहुत नजदीकी से निगरानी रखे हुए हैं और जल्द समाधान के लिए चीनी अधिकारियों के साथ बातचीत जारी है।
विदेश विभाग ने बयान में कहा, “अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा और उनकी रिहाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
दरअसल, चीन में यदि कोई व्यक्ति किसी जांच या कानूनी विवाद में शामिल होता है, तो उसके देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है। लेकिन पश्चिमी देशों ने आरोप लगाया है कि चीन इस नीति का मनमाने ढंग से दुरुपयोग करता है और विदेशी नागरिकों को भी इससे प्रभावित किया जाता है। इसी नीति के चलते हाल ही में वेल्स फारगो बैंक की एक अमेरिकी कर्मचारी चेन्युए माओ को भी चीन छोड़ने से रोका गया था, जिसके बाद बैंक ने चीन के लिए सभी यात्राएं स्थगित कर दी हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गुओ जियाकुन ने माओ के मामले पर कहा कि वह एक आपराधिक जांच का हिस्सा हैं और कानून के तहत उनके बाहर जाने पर रोक है। हालांकि उन्होंने अमेरिकी सरकारी कर्मचारी के मामले में कहा, “इस बारे में मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।”
अमेरिका पहले भी चीन में लागू इस तरह की नीतियों को लेकर चिंता जाहिर कर चुका है और अपने नागरिकों को वहां यात्रा करने से पहले सोचने की सलाह दी थी। हालांकि नवंबर 2024 में तीन अमेरिकी नागरिकों की रिहाई के बाद यात्रा चेतावनी को थोड़ी राहत दी गई थी।
——————–
(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
You may also like
पैरों ˏ की ये मामूली दिक्कतें हार्ट फेलियर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, न करें नजरअंदाज
सुनियोजित व्यवधान लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला
पाकिस्तान में बारिश से आठ और मौतें, अब तक कुल 266 लोगों की जान गई
भारत-यूके के बीच एफटीए एक मील का पत्थर, घरेलू निर्यातकों को मिलेंगे बड़े अवसर
वर्ल्ड आईवीएफ डे 2025 : टूटते सपनों को संजीवनी देती तकनीक, जानें विशेषज्ञ की राय