बागपत, 16 मई . नवजात शिशुओं की सुरक्षा उनकी जीवनरक्षा के लिए बागपत में अब बेहतर सुविधाएं मिलने जा रही है.
बागपत जिला प्रशासन के साथ डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ लिटिल फीट फाउंडेशन ने साँस जागरूकता अभियान चलाया है. जिसको लेकर जिलाधिकारी ने बैठक कर जरूरी जानकारी ली और दिशा निर्देश जारी किए है.
जिलाधिकारी अस्मिता लाल के नेतृत्व में नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए *‘साँस’* (SAANS – The First Breath) पहल को जनपद बागपत में प्रभावी रूप से लागू किया गया है. इस पहल का लक्ष्य प्रत्येक नवजात शिशु को जन्म के प्रथम क्षणों में जीवनदायिनी पहली सांस सुनिश्चित करना है. डॉ अभिनव तोमर बाल रोग विशेषज्ञ ने शुक्रवार को एक दिवसीय कार्यशाला में बच्चों को जन्म के उपरांत किन-किन चीजों का लेबर रूम में विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए के संबंध में विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला.
जिलाधिकारी अस्मिता लाल की पहल पर यूनिसेफ, विश्व स्वास्थ्य संगठन लिटिल फीट फाउंडेशन तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से सांस (श्वासावरोध और नवजात शिशु के जीवन के लिए रणनीतिक कार्रवाई) पहल को जिले में सक्रिय रूप से लागू किया जाएगा.
इस पहल का उद्देश्य जन्म के समय श्वसन में तकलीफ झेल रहे नवजात शिशुओं को सहायता प्रदान करना है.
Little Feet Foundation, WHO, UNICEF तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जिला अस्पताल, बागपत में किया गया.
कार्यक्रम में जनपद के सरकारी एवं निजी अस्पतालों के डिलीवरी स्टाफ को नवजात पुनर्जीवन (Neonatal Resuscitation) की तकनीकों पर प्रशिक्षित किया गया, ताकि नवजात शिशुओं को समय पर और सही देखभाल मिल सके.
कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर तीरथ लाल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एस मलिक अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दीपा सिंह सहित संबंधित संस्थाओं के अधिकारी आदि उपस्थित रहे.
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/ सचिन त्यागी
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