हरदोई, 23 मई . अखिल भारतीय सर्व वैश्य एकता महासभा ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला कलेक्ट्रेट में मजिस्ट्रेट को सौंपा. मांग की गई कि छिबरामऊ स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में इलाज में लापरवाही के कारण 16 वर्षीय किशोरी रुचि गुप्ता की मृत्यु के दाेषियाें पर सख्त कार्रवाई की जाये साथ ही विराेध कर रहे वैश्य समाज के लाेगाें पर दर्ज मुकदमे वापस किये जाये.
छिबरामऊ निवासी राजेश गुप्ता की पुत्री रुचि को बुखार आने पर 18 मई को कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां गेट पर चिकित्सकों की लंबी सूची प्रदर्शित थी वहीं असलियत यह थी कि अस्पताल संचालक वैभव दुबे बिना किसी वैध मेडिकल डिग्री के अवैध रूप से उपचार कर रहे थे. उपचार के दौरान रुचि गुप्ता की मृत्यु के बाद पुलिस का रवैया बेहद बर्बरता पूर्ण रहा. यही नहीं, जब परिजनों ने न्याय की मांग की तो पुलिस ने लाठी चार्ज कर पीड़ित परिवार के विरुद्ध मुकदमा भी लिख लिया. 19 मई को शांतिपूर्ण ढंग से एकत्र होकर दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे वैश्यों पर अपशब्दों का प्रयोग करते हुए लाठी चार्ज कर दर्जनों वैश्यों को गंभीर रूप से घायल किया गया था. इसी के विरोध में शुक्रवार को हरदोई के वैश्य समाज ने अखिल भारतीय सर्व वैश्य एकता महासभा के बैनर तले एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को संबोधित जिला प्रशासन को सौंपा. जिसमें लाठी चार्ज करने वाले पुलिस वालों को और कोतवाल को निलंबित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार के विरुद्ध लिखी गई रिपोर्ट को निरस्त करने, इलाज की लापरवाही के कारण जान गंवाने वाली किशोरी के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा देने तथा कृष्णा हॉस्पिटल के संचालक वैभव दुबे के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई. ज्ञापनदाताओं में वैश्य एकता के नेता महेंद्र सिंह राना,अमित कुमार गुप्ता, प्रवीण कुमार गुप्ता, विमल किशोर गुप्ता, बालाजी गुप्ता, आशीष गुप्त आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे.
/ अंबरीश कुमार सक्सेना
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