अगरतला, 23 जून (Udaipur Kiran) । त्रिपुरा को देश का तीसरा पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने सोमवार को एक समारोह में इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने नव साक्षर लोगों से बिना रुके आगे बढ़ने का आग्रह किया।
मिजोरम और गोवा के बाद, त्रिपुरा को न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम ‘उल्लास’ के तहत पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया है। मुख्यमंत्री प्रो. (डॉ.) माणिक साहा ने सोमवार को राजधानी अगरतला के रवींद्र शताब्दी भवन में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक समारोह में यह घोषणा की।
मुख्यमंत्री द्वारा यह घोषणा करते ही साक्षरता के प्रकाश से जगमगाता त्रिपुरा आत्मविश्वास और जागरूकता के एक नए अध्याय में प्रवेश कर गया। इस समारोह की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने नव साक्षर लोगों की विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। उन्होंने जांच की कि वे ठीक से साक्षर हो पाए हैं या नहीं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यूनेस्को के दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी राज्य या प्रांत को पूर्ण साक्षर राज्य या प्रांत तभी घोषित किया जा सकता है, जब वहां की 95 प्रतिशत आबादी साक्षर हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि त्रिपुरा को पूर्ण साक्षर राज्य का दर्जा मिला है। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राज्य शिक्षा विभाग को धन्यवाद और बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्रिपुरा को आज पूर्ण साक्षर राज्य का दर्जा इसलिए मिला है, क्योंकि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में सभी ने मिलकर यह काम किया है। उन्होंने कहा कि यह अभियान एक अगस्त 2022 से शुरू हुआ है। इस अभियान को सामाजिक आंदोलन बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह काम अकेले शिक्षक नहीं कर सकते। इसमें सभी का सहयोग चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि 29 जुलाई, 2023 को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ‘उल्लास’ नामक कार्यक्रम की शुरुआत की थी। ‘उल्लास’ के पांच पहलू हैं। इनमें नव साक्षरों को पढ़ना, लिखना और गणित का सामान्य ज्ञान होना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने नव साक्षरों से कहा, ‘हमें यहीं नहीं रुकना चाहिए। शिक्षा अनंत है। आपको आगे बढ़ना है। आपने जीवन का बंद दरवाजा खोल दिया है। अब आप पूरी दुनिया देख सकेंगे।’ मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि नव साक्षर लोगों के कौशल, आत्मनिर्भरता और सपनों को साकार करने की संभावनाएं और बढ़ेंगी।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के सचिव रावल हेमेंद्र कुमार, विभाग के निदेशक एनसी शर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
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