हुगली, 16 जुलाई (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के कई जिलों में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। रूपनारायण और मुंडेश्वरी नदियों के उफान पर रहने से आरामबाग, घाटाल, दासपुर, चंद्रकोणा समेत कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई जगहों पर नदियों का पानी खतरे के निशान को पार कर गया है।
आरामबाग के पानशिउली बाजार में रूपनारायण और मुंडेश्वरी नदियों के संगम स्थल पर दोनों नदियां उफान पर हैं, जिससे बाजार और आसपास के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। अब तक चार ग्राम पंचायतों के 50 से अधिक गांव पानी में डूब चुके हैं। खेतों में खड़ी फसलें जलमग्न हो गई हैं और पक्की सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी जमा हो गया है। कई घरों में पानी घुस चुका है।
स्थानीय लोग नाव लेकर गांवों के अंदर से मुख्य सड़क तक पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें सिर्फ राहत सामग्री नहीं, पक्के रास्ते चाहिए ताकि बार-बार इस त्रासदी का सामना न करना पड़े। एक निवासी ने बताया कि अभी किसी के घर में कोई बीमार हो जाए तो बाहर ले जाना मुश्किल है। सारा सामान, खाना और गैस सिलिंडर तक नाव से लाना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले का घाटाल नगरपालिका क्षेत्र और आसपास की ग्राम पंचायतें बीते आठ दिनों से बाढ़ की चपेट में हैं। दासपुर इलाके में बाढ़ का पानी लगातार बढ़ रहा है। सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं और रुक-रुक कर हल्की बारिश जारी है, जिससे हालात और बिगड़ने की आशंका है।
चंद्रकोणा एक और दो नंबर ब्लॉकों के कई इलाकों में पानी भरना शुरू हो गया है। शिलाबती नदी का टूटा हुआ बांध अब और पानी छोड़ रहा है, जिससे यदुपुर और यादवपुर इलाके जलमग्न हो रहे हैं। खेत डूबने से किसान चिंतित हैं। काठिया और शिलाबती नदियों का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है।
खानाकुल-2 ब्लॉक में बाढ़ से निपटने के लिए एक आपात बैठक की गई है। वहीं आरामबाग के सांसद ने दावा किया है कि पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री और त्रिपाल उपलब्ध हैं।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
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