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आपातकाल लोकतंत्र की हत्या का काला अध्याय, जिसे हर पीढ़ी को पढ़ना चाहिए – भूपेन्द्र यादव

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देहरादून, 26 जून (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने 25 जून 1975 को लगाए गए आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला अध्याय करार देते हुए कहा कि हर युवा को इस इतिहास के बारे में जानना जरूरी है, ताकि भविष्य में लोकतंत्र कभी बंधक न बने। उन्हाेंने कहा कि विकसित भारत के लिए आर्थिक समृद्धि के साथ मजबूत लोकतंत्र भी जरूरी है ।

गुरुवार को गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन कल्चरल सेंटर में आयाेजित प्रेस-वार्ता में केन्द्रीय मंत्री ने ये बातें कही। इस दौरान उन्हाेंने कहा कि 25 जून 1975 भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का वह दुर्भाग्यपूर्ण दिन था, जब तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से देश में आपातकाल लागू किया गया। यह लोकतंत्र पर बड़ा हमला था। यह निर्णय लोकतांत्रिक मूल्यों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों पर सीधा आघात था। आज से 50 वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार की ओर किए गए इस दमनकारी निर्णय की स्मृति में यह दिन ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में याद किया जाता है। भारत के लोकतंत्र की असली आजादी मार्च 1977 को मिली।

भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह उन असंख्य लोगों के साहस, संघर्ष और बलिदान का प्रतीक है, जिन्होंने आपातकाल के अमानवीय अत्याचारों का सामना करते हुए भी लोकतंत्र की ज्योति की रक्षा की। लोगों के संघर्ष और तप से देश को आजादी मिली। संविधान के अनुसार कार्य करना और संघीय राज्य को आगे बढ़ाना है। हम सभी को उदारवादी और लोकतंत्रवादी देश के रूप में आगे बढ़ाने का संकल्प लेना होगा। देश के हर नौजवान को लोकतंत्र की हत्या का काला अध्याय, प्रत्येक पीढ़ी को पढ़ने की जरूरत है ताकि ऐसी घटना का पुनरावृति न हो।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी ने तानाशाही किया और उन्होंने इस्तीफा न देकर देश में लोकतंत्र का गला घोटने का काम किया। आपातकाल के दौरान देश की आमजन के आवाज को दबाने का काम किया गया। इंदिरा गांधी सरकार ने आपातकाल के दौरान प्रेस पर सेंसरशिप लगाया। देश की जनता और इतिहास इस समय को कभी भूलेगा नहीं।

उन्होंने कहा कि 42 वां संविधान संशोधन केवल एक बहाना था। इंदिरा का उद्देश्य राजनीतिक दलों को समाप्त करना था। संविधान के मूल ढांचे पर प्रहार किया गया। परिवारवादी को बढ़ावा दिया गया। आज कांग्रेस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हैं लेकिन निर्णय एक परिवार के लोग ही लेंगे। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी के संघर्ष में तपकर पीएम मोदी जैसा राजनैतिक नेतृत्व देश को मिला। 2047 के विकसित भारत को आगे बढ़ाना है तो लोकतांत्रिक मूल्यों को बढ़ाने के लिए कार्य करने होंगे। भविष्य में इस तरह का लोकतंत्र बंधक न बने।

इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि देशभर में आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर 25, 26, 27 जून को पार्टी देश भर के सभी राज्यों के सभी प्रमुख स्थानों पर जाकर विभिन्न कार्यक्रम कर रहे हैं। ताकि आपातकाल का वह काला दिवस लोगों में सदैव जागृत रहे कि लोकतंत्र को किस तरह कुचला गया। आज की पीढ़ी के संज्ञान में लाने के लिए कार्यक्रमों की यह शृंखला आयोजित की जा रही है। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा कि देश के लोकतंत्र, केवल हाथ में संविधान की पुस्तक लेकर नहीं किया जा सकता है। हम सब लोगाें को हमेशा ध्यान रहना चाहिए कि आजादी के इतने वर्षों बाद भी किस तरह लोकतंत्र की रक्षा के लिए कुर्बानी दी गई, यातनाएं सही गई।

पत्रकार वार्ता में मंत्री गणेश जोशी, मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, सह मीडिया प्रभारी राजेन्द्र नेगी उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / राजेश कुमार

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