उज्जैन, 6 नवंबर (Udaipur Kiran) . Madhya Pradesh के उज्जैन में पुलिस लाइन में अश्वरोही दल के सबसे समर्पित और अनुशासित घोड़ों में शुमार ‘नॉटी ब्वाय’ ने गुरूवार को अपने जीवन की अंतिम सांस ली. करीब 31 वर्ष तक जीवित रहे इस देशी नस्ल के घोड़े ने अपने 6 साल के उज्जैन कार्यकाल में न सिर्फ पुलिस बल का गौरव बढ़ाया, बल्कि महाकाल की सवारी सहित कई धार्मिक और कानून व्यवस्था के अवसरों पर अपनी निष्ठा का परिचय दिया.
एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार ‘नॉटी ब्वाय’ उज्जैन पुलिस के अश्वरोही दल का अहम हिस्सा था. अपनी सेवाओं के दौरान उसने राष्ट्रीय और अखिल Indian हॉर्स जंपिंग प्रतियोगिता में कई पदक, जिनमें गोल्ड मेडल भी शामिल है. ये मेडल जीतकर उज्जैन जिला पुलिस का मान बढ़ाया. उसकी फुर्ती, आज्ञाकारिता और अनुशासन के कारण वह पुलिस बल का सबसे भरोसेमंद साथी माना जाता था. पुलिस लाइन परिसर में ‘नॉटी ब्वाय’ के निधन के बाद पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया गया. उसकी बिदाई ने उज्जैन पुलिस परिवार को भावनात्मक कर दिया, मानो एक साथी सिपाही चला गया हो.
अंतिम संस्कार के दौरान नम हो गई आंखें
गुरूवार को ‘नॉटी ब्वाय’ निधन की खबर मिलते ही एसपी शर्मा पुलिस लाइन पहुंचे और उन्होंने ‘नॉटी ब्वाय’ को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान अश्वरोही दल के सदस्यों ने पूरे सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया. अश्व ‘नॉटी ब्वाय’ को पुलिस लाइन में ही दफनाया गया. इस दौरान सभी की आंखें नम थीं, क्योंकि ‘नॉटी ब्वाय’ सिर्फ एक अश्व नहीं, बल्कि विभाग के लिए समर्पण और वफादारी का प्रतीक था.
महाकाल की सवारी में भी होता था शामिल
‘नॉटी ब्वाय’ अपनी उज्जैन में पोस्टिंग से पहले 32वीं बटालियन में तैनात था. शहर में पदस्थ रहते हुए उसने महाकाल की सवारी में भी कई बार हिस्सा लिया था. एसपी शर्मा के अनुसार ‘नॉटी ब्वाय’ की निष्ठा और सेवाएं हमेशा याद रखी जाएंगी. वह हमारी टीम का अभिन्न हिस्सा था, जिसने अपने अनुशासन और समर्पण से हर एक का दिल जीता.
—————
(Udaipur Kiran) / ललित ज्वेल
You may also like

माता हारी: जासूसी की दुनिया की एक अद्वितीय महिला

सबसे खूबसूरतˈ मगर सबसे खतरनाक थी ये महिला जासूस, बिना हाथ लगाए मार दिए थे 50 हजार सैनिक﹒

एक बारˈ इस पेड़ की जड़ को टांग दो घर के मैन डोर पर खुद खींची चली आएंगी मां लक्ष्मी आपके द्वार जानें बांधने का सही तरीका﹒

जिन घरˈ की महिलाओं में यह 4 गुण होते हैं वहां हमेशा लक्ष्मी वास करती है﹒

इस रहस्यमयीˈ जनजाति की महिलाएं 90 की उम्र में भी हो जाती हैं गर्भवती 150 साल तक जीती हैं और दिखती हैं सिर्फ 20 की﹒





