भारत-नेपाल व्यापार को बढ़ावा देने के लिए मध्य प्रदेश बनेगा सेतु
भोपाल, 13 जुलाई (Udaipur Kiran) । लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि भारत और नेपाल के बीच के संबंध केवल व्यापार तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आत्मीयता से जुड़े हुए हैं। मध्य प्रदेश सरकार इन संबंधों को सशक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश को भारत-नेपाल आर्थिक साझेदारी का सेतु बनाने के लिये हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
राज्य मंत्री पटेल रविवार को भोपाल में आयोजित भारत-नेपाल आर्थिक सहयोग सम्मेलन 2025 को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में नेपाल के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। भारत-नेपाल आर्थिक सहयोग सम्मेलन 2025 का आयोजन नेपाल दूतावास, भारत में स्थित पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के इंडिया-नेपाल सेंटर और मध्य प्रदेश राज्य चैप्टर के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। सम्मेलन में भारत और नेपाल के बीच द्विपक्षीय सहयोग को सुदृढ़ करना तथा निवेश, व्यापार, पर्यटन, शिक्षा, संस्कृति और विज्ञान जैसे क्षेत्रों में नई संभावनाओं में सहयोग के लिए विचार-विमर्श किया गया।
सम्मेलन में नेपाल दूतावास की मंत्री-परामर्शदाता अंबिका जोशी और आर्थिक परामर्शदाता रवींद्र जंग थापा ने प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि भारत नेपाल का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है, जहां नेपाल अपने कुल निर्यात का लगभग 68 प्रतिशत भारत को करता है। वित्त वर्ष 2023-24 में भारत से नेपाल को 7.041 बिलियन डॉलर का निर्यात और नेपाल से भारत को 829.71 मिलियन डॉलर का निर्यात हुआ। भारत की लगभग 150 कंपनियां वर्तमान में नेपाल में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जनकपुर स्थित प्रसिद्ध जानकी मंदिर का निर्माण मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ की रानी द्वारा करवाया गया था, जो भारत-नेपाल के ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
सम्मेलन में पीएचडीसीसीआई मध्य प्रदेश चैप्टर के सह-अध्यक्ष डॉ. अनुपम चौकसे और मनोज मोदी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल के निदेशक डॉ. अमिताभ पांडे, एमएसएमई विभाग, मध्य प्रदेश सरकार के उप सचिव पंकज शर्मा, एम्स भोपाल के निदेशक डॉ. अजय सिंह, यूनिसेफ भोपाल से अनिल गुलाटी, मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड में निवेश संवर्धन के निदेशक राजेश गुप्ता, पतंजलि फूड्स एमपी एवं सीजी के वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. राजेश सक्सेना, इंडिया-नेपाल सेंटर के सचिव अतुल के ठाकुर, अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति संस्थान के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. मनोज जैन और पीएचडीसीसीआई मध्य प्रदेश के रेजिडेंट मैनेजर अनिरुद्ध दुबे सहित कई प्रमुख वक्ताओं और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने सहभागिता की और विचार साझा किए।
(Udaipur Kiran) तोमर
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