जबलपुर, 14 अगस्त (Udaipur Kiran) । देहदान को सबसे बड़ा दान माना जाता है, जो मेडिकल छात्रों के लिए शरीर की बनावट और अंगों की कार्यप्रणाली को समझने में मदद करता है। गत दिवस मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में दो महिलाओं की मृत्यु उपरांत उनके शरीर को उनके परिवार ने मेडिकल कालेज में रिसर्च के लिए दान किया है। दोनों महिलाओं को गार्ड ऑफ ऑनर सम्मान से सम्मानित किया गया।
इस संबंध में मेडीकल डीन जबलपुर से प्राप्त जानकारी क अनुसार श्रीमती गीता बाई काछी (70 वर्ष) और श्रीमती साधना निखरा (69 वर्ष) के परिजनों ने उनकी देह मेडिकल कॉलेज जबलपुर में दान की गई है । इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज अधिष्ठाता डॉक्टर नवनीत सक्सेना जी और प्रोफेसर एन एल अग्रवाल भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार ने अंगदान और देहदान को बढ़ावा देने के लिए जीवन दान अभियान शुरू किया है। इसके तहत अंगदान पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाने और चिकित्सा संस्थानों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की बात कही गई है। सरकार देहदान और अंगदान करने वाले नागरिकों को सम्मानित भी कर रही है। इस पहल का उद्देश्य समाज में अंगदान और देहदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है
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(Udaipur Kiran) / विलोक पाठक
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