क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल 2025 के फाइनल के लिए दो टीमें तय हो गई हैं। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर क्वालीफायर-1 में पंजाब किंग्स को हराकर फाइनल में पहुंची थी, जबकि अब पंजाब किंग्स ने क्वालीफायर-2 में मुंबई इंडियंस को हराकर खिताबी मुकाबले के लिए क्वालीफाई कर लिया है। मैच हारने के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने पंजाब किंग्स से हारने के बाद अपनी टीम की गलतियों को स्वीकार किया। उन्होंने श्रेयस की शानदार बल्लेबाजी और अपनी टीम के गेंदबाजी प्रदर्शन के बारे में बात की।
पांड्या ने कहा कि उनकी टीम दबाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। उन्होंने यह भी कहा कि सही समय पर सही गेंदबाज का इस्तेमाल करने से नतीजा बदल सकता था। मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने पंजाब किंग्स से हार के बाद कई बातें कहीं। उन्होंने माना कि श्रेयस ने काफी अच्छी बल्लेबाजी की। उन्होंने जोखिम उठाया और कुछ बेहतरीन शॉट लगाए। पांड्या ने कहा- जिस तरह से श्रेयस ने बल्लेबाजी की, मौके बनाए और कुछ शॉट खेले, वह वाकई बेहतरीन था और मुझे लगता है कि उन्होंने निश्चित तौर पर काफी अच्छी बल्लेबाजी की।
पांड्या ने यह भी कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त थी, लेकिन उनकी टीम गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि बड़े मैचों में अच्छी गेंदबाजी काफी जरूरी होती है। पंजाब किंग्स के बल्लेबाजों ने दबाव बनाए रखा और उनकी टीम योजना के मुताबिक गेंदबाजी नहीं कर पाई। पंड्या ने हार का कारण विकेट नहीं गिरने को बताया। उनका मानना है कि अगर उनकी टीम सही लेंथ पर गेंदबाजी करती या सही समय पर सही गेंदबाज का इस्तेमाल करती तो नतीजा कुछ और होता। उन्होंने जसप्रीत बुमराह को बाद में गेंदबाजी करने के फैसले पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि अगर 4 ओवर में 41 रन चाहिए होते तो बुमराह को पहले गेंदबाजी करना सही नहीं होता। खुद फेल हुए हार्दिक पंड्या ने जसप्रीत बुमराह पर दिया बड़ा बयान पंड्या ने कहा- बात अलग होती (अगर उन्हें बुमराह को तब गेंदबाजी करानी चाहिए होती जब उन्हें 4 ओवर में 41 रन चाहिए होते) और यह बहुत पहले होता, स्थिति को जानते हुए, भले ही 18 गेंदें बची हों, जस्सी जस्सी हैं और कुछ खास कर सकते हैं और आज ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, अगर आप देखें तो हार्दिक पंड्या बतौर कप्तान फेल रहे। पहले उन्होंने बल्लेबाजी करते हुए 13 गेंदों पर सिर्फ 15 रन बनाए, जबकि उन्होंने 2 ओवर में 19 रन दिए। उनकी कप्तानी भी औसत रही, लेकिन इसके बावजूद वह जसप्रीत बुमराह का नाम लेने से खुद को रोक नहीं पाए।
You may also like
गाजा में जीएचएफ ने मानवीय सहायता का वितरण रोका
सरकारी अस्पताल पर बिजली चोरी का आरोप, अधिकारियों ने जांच का दिया आश्वासन
Swamispeak: दुनिया की आर्थिक व्यवस्था तबाह करने में लगे हैं ट्रंप लेकिन भारत कर सकता है चमत्कार, जानिए कैसे
ACB का बड़ा एक्शन! हजारों रूपए की रिश्वत लेते पकड़ी गई महिला संविदाकर्मी, आत्मनिर्भर योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप
लखनऊ: दहेज में AC और कार न मिलने से नाराज पति ने कर दिया कांड, बड़ी मुश्किल से जान बचाकर भागी पत्नी