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रायपुर में एस्कॉर्ट सेवा के नाम पर युवक से 91 हजार की साइबर ठगी, 11 ट्रांजैक्शन में ब्लैकमेल कर निकाले पैसे

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राजधानी रायपुर में साइबर ठगों की करतूत एक बार फिर सामने आई है। इस बार ठगों ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर एक युवक से 91 हजार रुपये की ठगी कर डाली। ठगों ने न केवल युवक से संपर्क कर झांसे में लिया, बल्कि ब्लैकमेलिंग के जरिए लगातार 11 ट्रांजैक्शन में रकम ऐंठ ली।

यह पूरा मामला खमतराई थाना क्षेत्र का है, जहां पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कैसे रची गई ठगी की साजिश?

प्राप्त जानकारी के अनुसार, युवक ने ऑनलाइन एक एस्कॉर्ट सेवा से संपर्क किया था। इसी दौरान एक व्यक्ति ने स्वयं को एस्कॉर्ट एजेंसी का एजेंट बताते हुए संपर्क साधा और शुरुआत में भरोसा दिलाने के लिए आकर्षक ऑफर की बात कही।

जब युवक ने कुछ पैसे ट्रांसफर किए, तो ठग ने उसे गैरकानूनी गतिविधियों में फंसाने और पुलिस कार्रवाई की धमकी देना शुरू कर दी। उसने फर्जी दस्तावेज, स्क्रीनशॉट और कॉल रिकॉर्डिंग भेजकर युवक को ब्लैकमेल किया और लगातार 11 बार ट्रांजैक्शन करवा कर कुल 91 हजार रुपये हड़प लिए।

युवक पर बना दी गई दबाव की रणनीति

ब्लैकमेलर ने कहा कि यदि युवक पुलिस से बचना चाहता है, तो उसे तत्काल रकम ट्रांसफर करनी होगी। डरा-सहमा युवक धीरे-धीरे अपने खाते से पैसे ट्रांसफर करता रहा। जब उसे ठगी का एहसास हुआ, तब तक वह करीब 91 हजार रुपये गंवा चुका था

खमतराई थाने में दर्ज हुआ मामला

पीड़ित युवक ने ठगी के बाद मामले की शिकायत खमतराई थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने युवक के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और साइबर टीम को ठगों के मोबाइल नंबर, बैंक खातों और ट्रांजैक्शन की जानकारी सौंप दी गई है।

थाना प्रभारी के अनुसार, "साइबर फ्रॉड से संबंधित तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"

लगातार बढ़ रहे साइबर अपराध

छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में एस्कॉर्ट सेवा और फर्जी कस्टमर केयर नंबरों के नाम पर साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को झांसे में ले रहे हैं।

सावधान रहें, सतर्क रहें:
  • किसी भी अवैध या संदिग्ध सेवा का ऑनलाइन लेन-देन न करें।

  • अनजान नंबर या सोशल मीडिया संपर्क से दूरी बनाए रखें।

  • ठगी की आशंका होते ही तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 या नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत करें।

रायपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि इंटरनेट का उपयोग करते समय सावधानी और विवेक से काम लें ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

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