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इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच एकनाथ शिंदे ने क्यों कहा, क्या राहुल गांधी को निशान-ए-पाकिस्तान सम्मान चाहिए? यहां जानिए इस बात के सियासी मायने

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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की टिप्पणियों पर निशाना साधा है। उन्होंने राहुल से सवाल किया कि वे पाकिस्तान की बोली बोल रहे हैं। क्या उन्हें निशान-ए-पाकिस्तान सम्मान चाहिए? गुरुवार को अपनी पार्टी शिवसेना के स्थापना दिवस पर बोलते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। हमारी सेना ने वहां चल रहे आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। आज तक किसी सरकार ने पाकिस्तान को ऐसा जवाब नहीं दिया।

लेकिन यह कांग्रेस का हाथ नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी का हथौड़ा है। इसके बावजूद राहुल गांधी हमारी सेना और हमारे प्रधानमंत्री पर अविश्वास जता रहे हैं और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पर भरोसा जता रहे हैं। वे पाकिस्तान की बोली बोल रहे हैं। क्या उन्हें निशान-ए-पाकिस्तान सम्मान चाहिए? उन्हें पाकिस्तान में हीरो के तौर पर पेश किया जा रहा है। लेकिन भारत की जनता उन्हें जीरो बनाकर छोड़ेगी। शिंदे ने अपने कट्टर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे पर भी हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र ने उनसे ज्यादा रंग बदलने वाला गिरगिट कभी नहीं देखा।

उन्होंने सत्ता और मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी विचारधारा छोड़ दी, बालासाहेब ठाकरे के विचारों को धोखा दिया, मराठी लोगों को धोखा दिया। यही कारण है कि महाराष्ट्र के लोगों ने उन्हें हाल के विधानसभा चुनावों में सिर्फ 20 सीटों पर हराया है। जबकि हमारी शिवसेना को 60 सीटें मिली हैं। उद्धव ठाकरे ने आज अपने भाषण में शिंदे को चुनौती देते हुए अंग्रेजी में कहा कि हिम्मत थी, तो काम आन, किल मी। इसका जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि हमें राज्य के लोगों को मारने की जरूरत नहीं है, जो हाल के विधानसभा चुनावों में मारे गए हैं। शिंदे ने अपने प्रबल राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी उद्धव ठाकरे पर भी हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र ने उनसे ज्यादा रंग बदलने वाला गिरगिट कभी नहीं देखा।

उन्होंने सत्ता और मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी विचारधारा छोड़ दी, बालासाहेब ठाकरे के विचारों को धोखा दिया, मराठी लोगों को धोखा दिया। यही कारण है कि महाराष्ट्र के लोगों ने उन्हें हाल के विधानसभा चुनावों में सिर्फ 20 सीटों पर हराया है। जबकि हमारी शिवसेना को 60 सीटें मिली हैं। उद्धव ठाकरे ने आज अपने भाषण में शिंदे को चुनौती देते हुए अंग्रेजी में कहा कि हिम्मत थी, तो आओ, मुझे मार डालो। इसका जवाब देते हुए शिंदे ने कहा कि हमें राज्य के लोगों को मारने की जरूरत नहीं है, जो हाल के विधानसभा चुनावों में मारे गए हैं।

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