इंटरनेट डेस्क। भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने चैंपियंस ट्रॉफी पुरस्कार राशि पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर की टिप्पणी पर करारा जवाब दिया है। रोहित शर्मा और उनकी टीम द्वारा न्यूजीलैंड को हराकर टूर्नामेंट जीतने के बाद BCCI ने 58 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि की घोषणा की। गावस्कर ने इसके बादअपने कॉलम में पूछा कि क्या गंभीर अपने पूर्ववर्ती राहुल द्रविड़ के नक्शेकदम पर चलेंगे, जिन्होंने सहयोगी स्टाफ के अन्य सदस्यों से अधिक राशि लेने से इनकार कर दिया था। बता दें कि 2024 में टी20 विश्व कप जीतने के बाद, द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा उन्हें दिए जाने वाले अतिरिक्त 2.5 करोड़ रुपये लेने से मना कर दिया था। उन्होंने अपने बाकी सहयोगी स्टाफ के बराबर पुरस्कार बोनस लेने का फैसला किया था ।
जिनके घऱ शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थरगंभीर ने कहा कि गंभीर ने कहा कि लोगों का काम मेरी आलोचना करना है और उन्हें आलोचना करनी चाहिए। लेकिन कुछ लोग हैं जो 20-25 सालों से कमेंट्री बॉक्स में बैठे हैं। उन्होंने मेरे हर काम पर सवाल उठाए। उन्हें लगता है कि भारतीय क्रिकेट उनकी संपत्ति है। दुर्भाग्य से, भारतीय क्रिकेट किसी की संपत्ति नहीं है। यह 140 करोड़ भारतीयों की पहचान है और यह ऐसा ही रहेगा। उन्होंने मेरी कोचिंग, मेरे रिकॉर्ड, मेरे कंस्यूशन और यहां तक कि मेरी पुरस्कार राशि पर भी सवाल उठाए। गंभीर ने सुनिल गावस्कर का नाम लिए बिना कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी में मुझे जो पुरस्कार राशि मिली। मुझे इस देश को यह बताने की जरूरत नहीं है कि मैंने पैसे कहां छोड़े और कहां निवेश किए। लेकिन इस देश को पता होना चाहिए कि ऐसे लोग इतने सालों से देश में एनआरआई के तौर पर काम कर रहे हैं। वे देश से पैसा कमाते हैं और उसे विदेश ले जाते हैं। गंभीर ने कहा जिनके घऱ शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए।
मिला-जुला रहा है कार्यकालगौतम गंभीर मंगलवार एक मीडिया कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने टीम इंडिया के साथ अपने अब तक के कोचिंग कार्यकाल के बारे में बात की। गंभीर का कार्यकाल मिला-जुला रहा है। भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती, लेकिन न्यूजीलैंड (घरेलू) और ऑस्ट्रेलिया (बाहर) के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ हार गया। तभी उन्होंने उन कमेंटेटरों पर निशाना साधा, जो उनके कार्यकाल की आलोचना कर रहे थे। गंभीर ने कहा कि जब मैंने 140 करोड़ भारतीयों के मुख्य कोच का पद संभाला, तो मुझे पता था कि जब आपको हर दिन टीम के प्रदर्शन के आधार पर आंका जाता है, तो हमेशा आलोचना होगी, हमेशा प्रशंसा होगी। और ऐसा कभी नहीं होगा कि ग्राफ उसी तरह ऊपर जाए।
PC : NDTV
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