जबलपुर। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था द्वारा आयोजित पांच दिवसीय ‘जीवन उत्कर्ष महोत्सव’ का भव्य शुभारंभ आज जबलपुर के होटल विजन महल में अत्यंत भक्तिभाव और उत्साह के साथ हुआ। यह आयोजन परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के पवित्र जन्मस्थान पर आयोजित हो रहा है, जो संस्कारधानी जबलपुर के लिए ऐतिहासिक और गौरवपूर्ण अवसर है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत इस कार्यक्रम के प्रथम दिवस के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। बीएपीएस के संतों ने हार, अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ द्वारा मोहन भागवत का हार्दिक स्वागत किया।
कार्यक्रम के प्रातःकालीन सत्र में पूज्य आदर्शजीवन स्वामी द्वारा ‘महंत चरितम’ विषय पर प्रेरणादायक पारायण संपन्न हुआ। देश-विदेश से सैकड़ों श्रोताओं ने इसमें भाग लिया और परम पूज्य महंत स्वामी महाराज के आदर्श जीवन से आत्मिक प्रेरणा प्राप्त की। परम पूज्य महंत स्वामी महाराज बीएपीएस संस्था के वर्तमान आध्यात्मिक गुरु हैं, जिन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन सेवा, साधना, सत्संग और संस्कार के प्रसार हेतु समर्पित किया है। उनका जीवन विनम्रता, समता और प्रेम का जीवंत उदाहरण है। उनके नेतृत्व में विश्वभर में सैकड़ों मंदिरों और सामाजिक सेवा प्रकल्पों द्वारा समाज उत्कर्ष की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। पूज्य आत्मतृप्त स्वामीजी ने संस्कृति के ज्योतिर्धर प्रमुख स्वामी महाराज विषय पर प्रेरक वक्तव्य का लाभ दिया।

इसके साथ विश्ववंदनीय संत प्रमुख स्वामी महाराज के जीवन पर साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित पुस्तक ’संत विभूति प्रमुख स्वामी महाराज’ का लोकार्पण भी हुआ। इस अवसर पर इस पुस्तक के लेखक विद्वान संत महा महोपाध्याय भद्रेशदास स्वामीजी ने कृतज्ञता ज्ञापित की। आबूधाबी स्थित हिंदू मंदिर के संचालक संत ब्रह्मबिहारी स्वामी ने भी प्रासंगिक उद्बोधन किया।
BAPS संस्था की विश्वव्यापी सेवा प्रवृत्ति के संयोजक वरिष्ठ संत ईश्वरचरण स्वामीजी ने आशीर्वाद प्रदान करते हुए जबलपुर भूमि की गरिमा का वर्णन किया। इस उत्सव में 4 नवंबर को मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहनजी यादव के आगमन की घोषणा की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण भी उपस्थित रहे। बीएपीएस के संतों द्वारा मनोहर कीर्तन-भजन एवं प्रेरणादायक प्रवचनों से वातावरण भक्तिमय बन गया। कार्यक्रम में जबलपुर एवं आसपास के क्षेत्रों से हजारों हरिभक्तों ने भाग लिया। प्रथम दिन का आयोजन अत्यंत सफल और प्रेरणादायी रहा, जिसने आनेवाले चार दिनों के लिए श्रद्धा और उत्साह का पवित्र वातावरण निर्मित किया। जबलपुर का यह “जीवन उत्कर्ष महोत्सव” केवल एक आध्यात्मिक आयोजन नहीं, बल्कि महंत स्वामी महाराज के जीवन-संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का एक पुण्य प्रयास सिद्ध हो रहा है।
मोहन भागवत का प्रेरक उद्बोधन
मोहन भागवत ने अपने प्रेरक उद्बोधन में महंत स्वामी महाराज के जीवन से प्रेरणा लेने तथा राष्ट्र निर्माण में आध्यात्मिकता के योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में आने से हमारा भान बढ़ता है। उन्होंने कहा कि मेरी ऐसी योग्यता नहीं है कि मैं प्रमुख स्वामी जी महाराज के जीवन से संबंधित पुस्तक के बारे में मैं आपको बताऊं। यहां जो संत बैठे हैं यह उनकी ही योग्यता है। संतों का एक और गुण होता है, दूसरे में परमाणु जितना गुण रहा तो उसको पहाड़ जैसा बताते हैं मगर स्वामी जी ने तो परमाणु के बिना ही पहाड़ बना दिया। भागवत बोले, स्वामी जी के पहले दर्शन में ही जो बात ध्यान में आई वो उनका अपनापन है। सामने वाला व्यक्ति वो किस योग्यता का है, यह बिना देखे जो भी आता, दूर रहे या पास रहे उसको स्वामी जी का स्नेह मिला। भागवत बोले, प्रमुख स्वामी देवरूप विभूति थे और उनके जीवन में जो कुछ है सबके लिए है। उनकी प्रेरणा ऐसी है कि दो शब्द सुनने से जीवन बदल जाता है। इसलिए ऐसे संतों का दर्शन करना, उनको सुनना, पढ़ना कुछ भी हमारे भाग्य में आ जाए तो हमारे जीवन को एक सही दिशा में परिवर्तित करने वाला लाभ होता है।
#WATCH जबलपुर, मध्य प्रदेश: RSS प्रमुख मोहन भागवत एक पुस्तक के विमोचन के लिए BAPS कार्यक्रम में शामिल हुए। (03.11) pic.twitter.com/gVGrrf68Ax
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2025
The post BAPS Swaminarayan Sanstha’s ‘Jeevan Utkarsh Mahotsav’ First Day : बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के पांच दिवसीय ‘जीवन उत्कर्ष महोत्सव’ का जबलपुर में हुआ शुभारंभ, मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए मोहन भागवत appeared first on News Room Post.
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