भारत में सिंगापुर वैरिएंट की एंट्री के बीच ICMR डायरेक्टर ने दी बड़ी राहत, कोरोना के मामलों में कमी, लेकिन…
भारत में कोविड-19 के एक नए ‘सिंगापुर वैरिएंट’ की पहचान हुई है, जिसे ‘निंबस वैरिएंट’ नाम दिया गया है। इस बीच, आईसीएमआर-एनआईवी पुणे के निदेशक डॉ. नवीन कुमार ने देशवासियों को राहत भरी खबर दी है। उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 के सक्रिय मामले लगातार कम हो रहे हैं और मौजूदा वैरिएंट के लक्षण हल्के और सामान्य हैं। डॉ. कुमार ने स्पष्ट किया कि कोविड पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, लेकिन इसका असर अब पहले जितना घातक नहीं है। इसलिए घबराने की बजाय सावधानी बरतने की जरूरत है।
सिंगापुर वेरिएंट और भारत की स्थिति
डॉ. नवीन कुमार ने कहा, “हम कोविड वेरिएंट की जीनोमिक जांच और निदान कर रहे हैं। सिंगापुर और उसके आसपास के देशों में मामलों में वृद्धि के बाद, हमने देखा कि यह वेरिएंट पिछले 5-6 हफ्तों से भारत में भी देखा गया है। हमने निगरानी और जांच बढ़ा दी है।”
आईसीएमआर-एनआईवी के अनुसार, ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट जैसे जेएन.1, एलएफ.7, एक्सएफजी और एनबी.1.8.1 वर्तमान में भारत में सक्रिय हैं। डॉ. कुमार ने कहा, “हमने इन सभी वेरिएंट को अलग कर दिया है। अब तक, इन वेरिएंट ने कोई गंभीर लक्षण नहीं दिखाए हैं। अधिकांश मामले हल्के हैं।”
सरकार की तैयारी और रणनीति
संक्रमण की रफ्तार: कितनी तेजी से फैल रहा है वायरस और कितने बढ़ रहे हैं मामले?
प्रतिरक्षा से बचना: क्या नए वेरिएंट हमारी प्राकृतिक या वैक्सीन-व्युत्पन्न प्रतिरक्षा से बच रहे हैं?
गंभीरता: क्या ये वैरिएंट ओमिक्रॉन जितने हल्के हैं, या ये गंभीर बीमारी का कारण बन रहे हैं?
डॉ. बहल ने कहा, “फ़िलहाल ज़्यादातर मामलों में लक्षण ओमिक्रॉन जैसे हल्के ही हैं। सरकार लगातार स्थिति पर नज़र रख रही है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अगर कोई नया वैरिएंट सामने आता है, तो सरकार के पास दो विकल्प हैं:
* मौजूदा टीकों की प्रभावशीलता की जाँच करना।
* नए वेरिएंट को लक्षित करके नए टीके विकसित करना।
उन्होंने कहा, “हमारी वैक्सीन विकास क्षमता तैयार है। अगर जरूरत पड़ी तो जल्दी से नई वैक्सीन बनाई जा सकती है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सरकार पूरी एहतियात बरत रही है।”
भारत में COVID-19 के वर्तमान लक्षण
आईसीएमआर-एनआईवी के अनुसार, वर्तमान वेरिएंट के कारण होने वाले लक्षणों में शामिल हैं:
गले में खराश, थकान, हल्का बुखार, भरी हुई नाक, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, हल्की खांसी
ये लक्षण आम फ्लू जैसे ही होते हैं और ज़्यादातर मरीज़ घर पर ही ठीक हो जाते हैं। अगर लक्षण 3-4 दिन से ज़्यादा बने रहते हैं, तो रैपिड एंटीजन टेस्ट या RT-PCR टेस्ट करवाने की सलाह दी जाती है।
‘सिंगापुर वैरिएंट’ भारत में प्रवेश कर चुका है, लेकिन आईसीएमआर-एनआईवी के निदेशक डॉ. नवीन कुमार और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने स्पष्ट किया है कि वर्तमान स्थिति नियंत्रण में है। कोविड-19 के सक्रिय मामले कम हो रहे हैं और लक्षण हल्के हैं। सरकार और स्वास्थ्य संस्थाएं लगातार निगरानी कर रही हैं और वैक्सीन के विकास के लिए तैयार हैं। लोगों को सतर्क रहना चाहिए और घबराने के बजाय स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए।
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