News India Live,Digital Desk:ज़िंदगी में कभी-कभी अचानक पैसों की ऐसी ज़रूरत आन पड़ती है कि लोन लेना ही पड़ता है। लेकिन मुश्किल तब होती है जब बैंक वाले आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) देखते हैं और वो कम निकलता है। अच्छा सिबिल स्कोर न हो तो लोन मिलना टेढ़ी खीर बन जाता है, और कई बार तो लोग बैंकों के चक्कर काट-काट कर ही थक जाते हैं।
पर अब आपको ज़्यादा टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं है! अगर आपका सिबिल स्कोर थोड़ा कमज़ोर भी है, तब भी लोन पाने के कुछ रास्ते हैं। चलिए, आपको कुछ ऐसे खास तरीके बताते हैं जिन्हें अपनाकर आप अपनी पैसों की ज़रूरत पूरी कर सकते हैं:
1. किसी अपने के साथ मिलकर लें ‘जॉइंट लोन’
ये एक बढ़िया जुगाड़ है! अगर आपका कोई करीबी दोस्त, रिश्तेदार या जानने वाला है जिसका सिबिल स्कोर अच्छा है, तो आप उसके साथ मिलकर ‘जॉइंट लोन’ के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इसमें वो व्यक्ति आपकी गारंटी लेता है (एक तरह से गारंटर बन जाता है) और बैंक दोनों के प्रोफाइल को देखकर लोन आसानी से दे देता है। बस ध्यान रखें कि आप ऐसे व्यक्ति को चुनें जिस पर आपको पूरा भरोसा हो और जो आपकी मदद करने को तैयार हो।
2. ‘गोल्ड लोन’ है सदाबहार साथी
कहते हैं न, सोना मुश्किल वक़्त का साथी होता है! अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो गोल्ड लोन एक बहुत आसान विकल्प है। आपके पास जो भी सोने के गहने या सिक्के हैं, उन्हें आप किसी बैंक या गोल्ड लोन देने वाली कंपनी (जैसे NBFC) के पास गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। क्योंकि ये एक सिक्योर्ड लोन (यानी बैंक के पास आपकी कीमती चीज़ गारंटी के तौर पर है) होता है, इसलिए इसमें सिबिल स्कोर की ज़्यादा चिंता नहीं होती। आमतौर पर, सोने की मौजूदा कीमत का 75% तक लोन मिल जाता है।
3. नौकरीपेशा हैं? ‘सैलरी लोन’ या एडवांस ट्राई करें
आजकल कई अच्छी कंपनियां अपने कर्मचारियों की मदद के लिए एडवांस सैलरी या सैलरी पर लोन की सुविधा देती हैं। अगर आप कहीं नौकरी करते हैं, तो अपनी कंपनी की HR पॉलिसी पता करें। हो सकता है आपकी कंपनी भी ऐसी सुविधा देती हो। इसमें अच्छी बात ये होती है कि कई बार कंपनी कोई ब्याज नहीं लेती या बहुत कम ब्याज लेती है और लोन की रकम आपकी आने वाली सैलरी से धीरे-धीरे कट जाती है। कम सिबिल स्कोर वालों के लिए ये एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है।
4. NBFC से भी बन सकती है बात
मान लीजिए, आपका सिबिल स्कोर कम है, आपके पास गिरवी रखने को सोना भी नहीं है और आप नौकरीपेशा भी नहीं हैं। तब भी एक रास्ता है – नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC)। ये कंपनियां अक्सर बैंकों के मुकाबले थोड़े कम सख्त नियमों पर लोन दे देती हैं। हाँ, ये सच है कि इनकी ब्याज दरें आमतौर पर बैंकों से ज़्यादा होती हैं, लेकिन ज़रूरत के समय ये आपका काम निकाल सकती हैं।
5. आपकी बचत (FD, LIC, PPF) भी दिला सकती है लोन
अगर आपने कहीं थोड़ी-बहुत बचत कर रखी है, जैसे फिक्स्ड डिपाजिट (FD), LIC पॉलिसी या PPF में निवेश किया है, तो इनके बदले भी आपको आसानी से लोन मिल सकता है। बैंक आपकी इन बचत योजनाओं को गारंटी मानकर लोन दे देते हैं, और इसमें भी सिबिल स्कोर बहुत बड़ी रुकावट नहीं बनता। अगर ये सब भी नहीं है, तो घर का कोई कीमती सामान (जिसकी अच्छी कीमत हो) गिरवी रखकर भी लोन लेने का विकल्प सोचा जा सकता है।
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