इस्लामाबाद/ढाका: पाकिस्तान सेना के शीर्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने शनिवार (25 अक्टूबर) को बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से मुलाकात की है। शमशाद मर्जा, पाकिस्तान की ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (CJCSC) के अध्यक्ष हैं और भारत के खिलाफ नफरती बयानबाजी में माहिर हैं। पिछले हफ्ते ही उन्होंने भारतीय सेना और भारत को लेकर कई अनर्गल बयानबाजी की थी। रविवार को ढाका की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि मोहम्मद यूनुस और जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने बांग्लादेश-पाकिस्तान संबंधों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की, जिनमें द्विपक्षीय व्यापार, निवेश और रक्षा सहयोग का बढ़ता महत्व शामिल है।
वहीं, न्यूज-18 ने भारतीय सूत्रों के हवाले से बताया है कि साहिर शमशाद मिर्जा का ढाका दौरा, पाकिस्तान की बांग्लादेश के साथ फिर से जुड़ने की सुनियोजित प्रयास का हिस्सा है। हालांकि, ढाका का कहना है कि इस बैठक में क्षेत्रीय संवाद को मजबूत करने और डिफेंस डिप्लोमेसी के साथ साथ आपसी समझ के जरिए सहयोग को बढ़ाने की पाकिस्तान की लगातार कोशिशों का हिस्सा है, लेकिन खुफिया सूत्रों के हवाले से न्यूज-18 ने कहा है कि जनरल मिर्जा का यह कदम, ढाका के साथ फिर से जुड़ने का एक सोचा-समझा प्रयास है।
बांग्लादेश में पैर पसारने की पाकिस्तान की कोशिश
सूत्रों का मानना है कि पाकिस्तान, असल में बांग्लादेश के साथ पुराने डिप्लोमेटिक रास्ते फिर से खोलकर, खुद को एक उदारवादी देश के रूप में पेश करके और नई दिल्ली से आगे बढ़ने की ढाका की इच्छाशक्ति को परखकर, भारत के क्षेत्रीय प्रभाव को कम करना चाहता है। सूत्रों ने बताया कि 1971 के बाद से यह बांग्लादेश में पाकिस्तान की पहली उच्च-स्तरीय सैन्य बैठक है। सूत्रों का मानना है कि पाकिस्तान की कोशिश भविष्य में बांग्लादेश से खुफिया जानकारी शेयर करने और मिलिट्री ट्रेनिंग की संभावना तलाशना है। पाकिस्तान ऐसा मोहम्मद यूनुस के शासन में रहने के दौरान ही ऐसा करना चाहता है।
सूत्रों ने ये भी बताया कि बैठक में दक्षिण एशियाई मुस्लिम बहुल देशों को एकजुट करने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) जैसा एक गुट बनाने की भी कोशिश की जा रही है, जिसका मकसद बांग्लादेश और अफगानिस्तान को फिलिस्तीन और इस्लामी दुनिया में अन्य शिकायतों पर पाकिस्तान के रुख के साथ जोड़ना है।
मोहम्मद यूनुस-जनरल मिर्जा की बैठक में क्या हुआ?
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच के द्विपक्षीय संबंधों के अलावा मोहम्मद यूनुस और जनरल मिर्जा ने मिडिल ईस्ट संकट और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर भी बातचीत की है। इसके अलावा बांग्लादेश ने कहा है कि जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश के साथ सहयोग और कारोबार को बढ़ाने, सांस्कृतिक संबंध को बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच के संबंध को मजबूत करने की बात कही है। वहीं, जनरल मिर्जा ने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कराची और चटगांव के बीच दो-तरफा नौवहन मार्ग का संचालन पहले ही शुरू हो चुका है, जबकि ढाका-कराची हवाई मार्ग कुछ ही महीनों में खुलने की उम्मीद है।
वहीं, न्यूज-18 ने भारतीय सूत्रों के हवाले से बताया है कि साहिर शमशाद मिर्जा का ढाका दौरा, पाकिस्तान की बांग्लादेश के साथ फिर से जुड़ने की सुनियोजित प्रयास का हिस्सा है। हालांकि, ढाका का कहना है कि इस बैठक में क्षेत्रीय संवाद को मजबूत करने और डिफेंस डिप्लोमेसी के साथ साथ आपसी समझ के जरिए सहयोग को बढ़ाने की पाकिस्तान की लगातार कोशिशों का हिस्सा है, लेकिन खुफिया सूत्रों के हवाले से न्यूज-18 ने कहा है कि जनरल मिर्जा का यह कदम, ढाका के साथ फिर से जुड़ने का एक सोचा-समझा प्रयास है।
बांग्लादेश में पैर पसारने की पाकिस्तान की कोशिश
सूत्रों का मानना है कि पाकिस्तान, असल में बांग्लादेश के साथ पुराने डिप्लोमेटिक रास्ते फिर से खोलकर, खुद को एक उदारवादी देश के रूप में पेश करके और नई दिल्ली से आगे बढ़ने की ढाका की इच्छाशक्ति को परखकर, भारत के क्षेत्रीय प्रभाव को कम करना चाहता है। सूत्रों ने बताया कि 1971 के बाद से यह बांग्लादेश में पाकिस्तान की पहली उच्च-स्तरीय सैन्य बैठक है। सूत्रों का मानना है कि पाकिस्तान की कोशिश भविष्य में बांग्लादेश से खुफिया जानकारी शेयर करने और मिलिट्री ट्रेनिंग की संभावना तलाशना है। पाकिस्तान ऐसा मोहम्मद यूनुस के शासन में रहने के दौरान ही ऐसा करना चाहता है।
सूत्रों ने ये भी बताया कि बैठक में दक्षिण एशियाई मुस्लिम बहुल देशों को एकजुट करने के लिए इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) जैसा एक गुट बनाने की भी कोशिश की जा रही है, जिसका मकसद बांग्लादेश और अफगानिस्तान को फिलिस्तीन और इस्लामी दुनिया में अन्य शिकायतों पर पाकिस्तान के रुख के साथ जोड़ना है।
मोहम्मद यूनुस-जनरल मिर्जा की बैठक में क्या हुआ?
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच के द्विपक्षीय संबंधों के अलावा मोहम्मद यूनुस और जनरल मिर्जा ने मिडिल ईस्ट संकट और यूरोप में चल रहे संघर्षों पर भी बातचीत की है। इसके अलावा बांग्लादेश ने कहा है कि जनरल मिर्जा ने बांग्लादेश के साथ सहयोग और कारोबार को बढ़ाने, सांस्कृतिक संबंध को बढ़ाने और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच के संबंध को मजबूत करने की बात कही है। वहीं, जनरल मिर्जा ने कहा कि दोनों देश एक-दूसरे का सहयोग करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कराची और चटगांव के बीच दो-तरफा नौवहन मार्ग का संचालन पहले ही शुरू हो चुका है, जबकि ढाका-कराची हवाई मार्ग कुछ ही महीनों में खुलने की उम्मीद है।
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