अगली ख़बर
Newszop

अफगानिस्तान ने भारत को सौंपा बगराम एयरबेस! ताजिकिस्तान खाली करवाने का पाकिस्तान का दांव पड़ा उल्टा, जानिए हकीकत

Send Push
नई दिल्ली : ताजिकिस्तान में भारत के एयरबेस को बंद करना पड़ा है। माना जा रहा है कि ताजिकिस्तान पर तुर्की, कतर और पाकिस्तान का दबाव था, जिसके चलते भारत को वहां से निकलना पड़ा। अब सोशल मीडिया पर चल रहा है कि अफगानिस्तान तालिबान ने भारत को बगराम एयरबेस सौंप दिया है। ताजिकिस्तान का बेस चला गया तो कोई बात नहीं है। तुर्की, कतर और पाकिस्तान का दांव उल्टा पड़ गया है। यह वही बगराम एयरबेस है, जहां कभी अमेरिका की फौज तैनात हुआ करती थी। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी बगराम बेस को फिर से हासिल करने की इच्छा जताई थी, जिसका तालिबान ने पुरजोर विरोध किया था। अब बगराम बेस को भारत को सौंपे जाने के बारे में जानते हैं पूरी हकीकत।


बगराम एयरबेस के बारे में क्या कहा जा रहा है

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने कहा है कि अफगानों ने भारत को बगराम एयर बेस दे दिया है। भारत की टेक्निकल टीम ने दौरा कर के इसको चालू करने के लिए क्या करना है। वो रिपोर्ट दे दी है और इस पर काम चालू हो चुका है असल में पाकिस्तान ने कतर और सऊदी से ताजिकिस्तान पर दबाव डलवाया कि वह भारत का एयर बेस बंद करवा दे।


पाकिस्तान के लिए और बड़ा सिरदर्द होगा

सोशल मीडिया पर लोग यह भी कह रहे हैं कि भारत ताजिकिस्तान को एयरबेस के बदले मोटा पैसा देता था। मगर, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और कतर के दबाव में ताजिकिस्तान को झुकना पड़ा। ऐसे में तालिबान ने कहा कि भारत वहां से बगराम आ जाए। अलग से ज्यादा कुछ भेजना नहीं है। ताजिकिस्तान में तैनात साजो समान विमान अब बगराम में तैनात हो जाएगा और ये पाकिस्तान के लिए और बड़ा सिरदर्द होगा।



पाकिस्तान लुट-पिटकर आ गया
एक और यूजर ने कहा कि पाकिस्तान ने कतर और तुर्की की मदद से ताजिकिस्तान पर दबाव डालकर भारत से एयरबेस खाली कराने पर खुशी मना रहा था तभी तालिबान ने भारत को बगराम एयरबेस दे दिया। पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई कि छांछ मांगने गई थी और घाघरा फड़वा के आ गई।


2022 में ही ताजिकिस्तान से निकलने की शुरुआत
नवभारत टाइम्स के अनुसार, भारत अब ताजिकिस्तान में रणनीतिक रूप से बेहद अहम माने-जाने वाले आयनी एयरबेस का संचालन नहीं करता है। भारत ने साल 2002 से इस एयरबेस के डेवलपमेंट और ऑपरेशन में मदद की थी। हालांकि इसके बंद होने की खबरें मंगलवार को आईं हैं, लेकिन पता चला है कि असल में ये एयरबेस साल 2022 में ही भारत के हाथ से निकल गया था। हालांकि, बगराम एयरबेस भारत को सौंपे जाने को लेकर सोशल मीडिया पर लोग इस बारे में सच भी बता रहे हैं।


ग्रोक ने बता दिया असली सच, यहां जानिए
एनबीटी ने जब ग्रोक से इस बारे में पूछा तो उसने जवाब दिया कि भारत ने हाल ही में ताजिकिस्तान स्थित आयनी एयरबेस खाली कर दिया, क्योंकि अफगानिस्तार सरकार ने भारतीय संपत्तियों को वापस लेने का अनुरोध किया था। रिपोर्टों के अनुसार, यह भू-राजनीतिक दबावों के कारण हुआ, जिनमें संभवतः पाकिस्तान और कतर जैसे सहयोगी देश शामिल थे। पाकिस्तान इसे भारत की रणनीतिक स्थिति के विरुद्ध अपनी जीत मान सकता है। हालांकि, तालिबान द्वारा बगराम एयरबेस भारत को सौंपे जाने के दावों की पुष्टि नहीं हुई है। तालिबान के बयानों में किसी विदेशी हस्तांतरण की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं, सूत्रों ने अमेरिका जैसे बाहरी देशों के आगे झुकने से इनकार के बीच केवल अपुष्ट बातचीत का हवाला दिया है।

न्यूजपॉईंट पसंद? अब ऐप डाउनलोड करें