फरीदाबाद: फरीदाबाद में शेयर मार्केट और आईपीओ में निवेश के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। एक व्यक्ति से 32 लाख 80 हजार रुपये की ठगी हुई है, जबकि दूसरी घटना में टेलीग्राम के जरिए 8 लाख रुपये का चूना लगाया गया है। पुलिस ने दोनों मामलों में केस दर्ज कर लिया है, लेकिन ठग अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
शेयर मार्केट में ठगी का यह मामला एसबीआई सिक्योरिटी कंपनी के नाम पर हुआ। ठगों ने वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर पीड़ित को अपने जाल में फंसाया। उन्होंने एसबीआई सिक्योरिटी कंपनी के नाम से वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा और फिर वॉट्सऐप कॉल करके रोजाना शेयर खरीदने-बेचने की सलाह देनी शुरू कर दी। सेक्टर-15 के रहने वाले एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेक्टर-17 में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक, 14 सितंबर को उन्हें वॉट्सऐप पर एसबीआई सिक्योरिटीज में ब्लॉक ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स के लिए एक मैसेज मिला। इसके बाद उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया और फिर एक वेब लिंक भेजकर ब्रोकर अकाउंट खोलने को कहा गया, ताकि निवेश पर अच्छा मुनाफा मिल सके।
इसके बाद, कंपनी की सहायक नितिका भाटिया का नंबर दिया गया। उनसे बातचीत के बाद पीड़ित को वॉट्सऐप कॉल आने लगीं। इन कॉल्स में उन्हें हर दिन कुछ स्टॉक्स खरीदने और बेचने की सलाह दी जाती थी। ठगों ने कुछ आईपीओ में भी निवेश करने की सलाह दी और कहा कि आईपीओ अलॉट होने पर ज्यादा मुनाफा होता है, खासकर अगर अच्छी रकम लगाई जाए। इस झांसे में आकर पीड़ित ने कई बार में कुल 32 लाख 80 हजार रुपये अलग-अलग अकाउंट में निवेश के नाम पर ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने बताया कि ठगों ने शुरुआत में करीब 79,750 रुपये वापस भी किए थे, लेकिन बाद में कोई पैसा नहीं मिला। जब उन्होंने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वे नहीं निकले। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक और मामला टेलीग्राम ऐप के जरिए हुआ है, जिसमें एक महिला से 8 लाख रुपये की ठगी हुई है। सेक्टर-21बी की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को शिकायत दी है कि अगस्त में वह एक टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ीं। इसके बाद टेलीग्राम अकाउंट से कुछ लोगों से उनकी बातचीत होने लगी। उनमें से एक व्यक्ति ने खुद को लुनो डाटा का असिस्टेंट बताया और महिला को एक नए ग्रुप में जोड़ दिया। इस ग्रुप में निवेश और मुनाफे की बातें की जा रही थीं। इसके बाद, शिकायतकर्ता को निवेश के लिए टास्क दिए जाने लगे। ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर, महिला से कई चरणों में कुल 7,99,190 रुपये अलग-अलग ग्रुप में डलवाकर निवेश करवाया गया। बाद में, जब महिला मुनाफे के साथ अपने पैसे निकालने लगीं, तो ठगों ने और पैसे मांगे। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
यह दोनों मामले बताते हैं कि कैसे ठग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके लोगों को ठग रहे हैं। वे जानी-मानी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल करते हैं और आकर्षक मुनाफे का लालच देकर लोगों को फंसाते हैं। ऐसे में, ऑनलाइन निवेश करते समय बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने या किसी भी व्यक्ति के कहने पर पैसे ट्रांसफर करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए। अगर कोई कंपनी या व्यक्ति बहुत ज्यादा मुनाफे का वादा करे, तो समझ लेना चाहिए कि यह एक धोखा हो सकता है। अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
शेयर मार्केट में ठगी का यह मामला एसबीआई सिक्योरिटी कंपनी के नाम पर हुआ। ठगों ने वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर पीड़ित को अपने जाल में फंसाया। उन्होंने एसबीआई सिक्योरिटी कंपनी के नाम से वॉट्सऐप पर मैसेज भेजा और फिर वॉट्सऐप कॉल करके रोजाना शेयर खरीदने-बेचने की सलाह देनी शुरू कर दी। सेक्टर-15 के रहने वाले एक व्यक्ति ने साइबर थाना सेक्टर-17 में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के मुताबिक, 14 सितंबर को उन्हें वॉट्सऐप पर एसबीआई सिक्योरिटीज में ब्लॉक ट्रेडिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स के लिए एक मैसेज मिला। इसके बाद उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया और फिर एक वेब लिंक भेजकर ब्रोकर अकाउंट खोलने को कहा गया, ताकि निवेश पर अच्छा मुनाफा मिल सके।
इसके बाद, कंपनी की सहायक नितिका भाटिया का नंबर दिया गया। उनसे बातचीत के बाद पीड़ित को वॉट्सऐप कॉल आने लगीं। इन कॉल्स में उन्हें हर दिन कुछ स्टॉक्स खरीदने और बेचने की सलाह दी जाती थी। ठगों ने कुछ आईपीओ में भी निवेश करने की सलाह दी और कहा कि आईपीओ अलॉट होने पर ज्यादा मुनाफा होता है, खासकर अगर अच्छी रकम लगाई जाए। इस झांसे में आकर पीड़ित ने कई बार में कुल 32 लाख 80 हजार रुपये अलग-अलग अकाउंट में निवेश के नाम पर ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने बताया कि ठगों ने शुरुआत में करीब 79,750 रुपये वापस भी किए थे, लेकिन बाद में कोई पैसा नहीं मिला। जब उन्होंने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो वे नहीं निकले। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एक और मामला टेलीग्राम ऐप के जरिए हुआ है, जिसमें एक महिला से 8 लाख रुपये की ठगी हुई है। सेक्टर-21बी की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को शिकायत दी है कि अगस्त में वह एक टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ीं। इसके बाद टेलीग्राम अकाउंट से कुछ लोगों से उनकी बातचीत होने लगी। उनमें से एक व्यक्ति ने खुद को लुनो डाटा का असिस्टेंट बताया और महिला को एक नए ग्रुप में जोड़ दिया। इस ग्रुप में निवेश और मुनाफे की बातें की जा रही थीं। इसके बाद, शिकायतकर्ता को निवेश के लिए टास्क दिए जाने लगे। ज्यादा मुनाफा कमाने का लालच देकर, महिला से कई चरणों में कुल 7,99,190 रुपये अलग-अलग ग्रुप में डलवाकर निवेश करवाया गया। बाद में, जब महिला मुनाफे के साथ अपने पैसे निकालने लगीं, तो ठगों ने और पैसे मांगे। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
यह दोनों मामले बताते हैं कि कैसे ठग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके लोगों को ठग रहे हैं। वे जानी-मानी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल करते हैं और आकर्षक मुनाफे का लालच देकर लोगों को फंसाते हैं। ऐसे में, ऑनलाइन निवेश करते समय बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने या किसी भी व्यक्ति के कहने पर पैसे ट्रांसफर करने से पहले अच्छी तरह जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए। अगर कोई कंपनी या व्यक्ति बहुत ज्यादा मुनाफे का वादा करे, तो समझ लेना चाहिए कि यह एक धोखा हो सकता है। अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी बरतना बहुत जरूरी है।
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