ढाका: डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए 20 फीसदी टैरिफ से बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार खुश है। यूनुस ने कहा है कि बांग्लादेश के टैरिफ वार्ताकारों ने अमेरिका के साथ ऐतिहासिक व्यापार समझौता किया है। टैरिफ को अनुमान से 17 अंक कम 20 प्रतिशत तक लाकर हमारे वार्ताकारों ने बांग्लादेश के आर्थिक हितों की रक्षा की है, जिसके लिए उनको बधाई दी जानी चाहिए। यूनुस सरकार ने अपने बयान में भारत पर तंज भी कसा है। उन्होंने कहा कि हमारा पड़ोसी देश अमेरिका से बेहतर डील करने में फेल रहा और उसे 25 फीसदी टैरिफ का सामना करना पड़ा है।
यूनुस ने अपने बयान में कहा, 'बांग्लादेश के वार्ताकार फरवरी से लगातार अमेरिकी अधिकारियों से बात कर रहे थे। उन्होंने एक अच्छा समझौता किया, जो दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजार तक हमारी पहुंच बढ़ाता है और हमारे मूल राष्ट्रीय हितों की रक्षा करता है। यह वैश्विक मंच पर बांग्लादेश की ताकत बढ़ाती है। यह समझौता देश की मजबूत अर्थव्यवस्था के भविष्य को गढ़ेगा।'
बांग्लादेश सरकार ने ठोकी अपनी पीठअमेरिका से ट्रेड डील पर बांग्लादेश की सरकार ने यूनुस के संदेश से अलग भी शुक्रवार को बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने आज 70 देशों से आयात पर 41% तक की नई टैरिफ दरों की घोषणा की। यह घोषणा द्विपक्षीय व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने की 1 अगस्त की समय सीमा से ठीक पहले की गई।
बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश को 20% टैरिफ दर मिली। यह क्षेत्र के प्रमुख प्रतिस्पर्धियों श्रीलंका, वियतनाम, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के मुकाबले कम है, जिन्हें 19% से 20% के बीच टैरिफ दर मिली थी। इसका नतीजा ये हुआ कि परिधान निर्यात में बांग्लादेश की सापेक्ष प्रतिस्पर्धात्मकता अप्रभावित रही है। इसके विपरीत अमेरिका के साथ व्यापक समझौता ना कर पाने के चलते भारत को 25% टैरिफ दर मिली है।
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हम भारी टैरिफ से बच गएबांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अमेरिका के साथ प्रमुख वार्ताकार खलीलुर्रहमान ने कहा, 'हमने बातचीत में अपना राष्ट्रीय हित सबसे ऊपर रखा। हमारे लिए परिधान उद्योग की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता थी। हमने अपनी खरीद प्रतिबद्धताओं को अमेरिकी कृषि उत्पादों पर केंद्रित किया। यह हमारे खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों का समर्थन करता है और अमेरिकी कृषि राज्यों के साथ सद्भावना को बढ़ावा देता है। हम संभावित 35% पारस्परिक टैरिफ से सफलतापूर्वक बच गए हैं। यह हमारे परिधान क्षेत्र और उस पर निर्भर लाखों लोगों के लिए अच्छी खबर है।
यूनुस ने अपने बयान में कहा, 'बांग्लादेश के वार्ताकार फरवरी से लगातार अमेरिकी अधिकारियों से बात कर रहे थे। उन्होंने एक अच्छा समझौता किया, जो दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता बाजार तक हमारी पहुंच बढ़ाता है और हमारे मूल राष्ट्रीय हितों की रक्षा करता है। यह वैश्विक मंच पर बांग्लादेश की ताकत बढ़ाती है। यह समझौता देश की मजबूत अर्थव्यवस्था के भविष्य को गढ़ेगा।'
बांग्लादेश सरकार ने ठोकी अपनी पीठअमेरिका से ट्रेड डील पर बांग्लादेश की सरकार ने यूनुस के संदेश से अलग भी शुक्रवार को बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने आज 70 देशों से आयात पर 41% तक की नई टैरिफ दरों की घोषणा की। यह घोषणा द्विपक्षीय व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने की 1 अगस्त की समय सीमा से ठीक पहले की गई।
बयान में कहा गया है कि बांग्लादेश को 20% टैरिफ दर मिली। यह क्षेत्र के प्रमुख प्रतिस्पर्धियों श्रीलंका, वियतनाम, पाकिस्तान और इंडोनेशिया के मुकाबले कम है, जिन्हें 19% से 20% के बीच टैरिफ दर मिली थी। इसका नतीजा ये हुआ कि परिधान निर्यात में बांग्लादेश की सापेक्ष प्रतिस्पर्धात्मकता अप्रभावित रही है। इसके विपरीत अमेरिका के साथ व्यापक समझौता ना कर पाने के चलते भारत को 25% टैरिफ दर मिली है।
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हम भारी टैरिफ से बच गएबांग्लादेश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और अमेरिका के साथ प्रमुख वार्ताकार खलीलुर्रहमान ने कहा, 'हमने बातचीत में अपना राष्ट्रीय हित सबसे ऊपर रखा। हमारे लिए परिधान उद्योग की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता थी। हमने अपनी खरीद प्रतिबद्धताओं को अमेरिकी कृषि उत्पादों पर केंद्रित किया। यह हमारे खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों का समर्थन करता है और अमेरिकी कृषि राज्यों के साथ सद्भावना को बढ़ावा देता है। हम संभावित 35% पारस्परिक टैरिफ से सफलतापूर्वक बच गए हैं। यह हमारे परिधान क्षेत्र और उस पर निर्भर लाखों लोगों के लिए अच्छी खबर है।
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