न्यूयॉर्क: शहर के पार्क एवेन्यू में हुई गोलीबारी में शेन तमूरा नाम के एक व्यक्ति ने न्यूयॉर्क पुलिस डिपार्टमेंट (NYPD) के एक अधिकारी और तीन अन्य लोगों की जान ले ली। फिर उसने खुद को भी गोली मार ली। इस घटना से पहले तमूरा ने एक सुसाइड नोट लिखा था। उस नोट में उसने सीटीई (Chronic Traumatic Encephalopathy) नाम की दिमागी बीमारी को इस गोलीबारी का कारण बताया। सीटीई एक ऐसी बीमारी है जो अक्सर फुटबॉल खेलने के कारण सिर में लगने वाली चोटों से होती है। तमूरा ने अपने नोट में नेशनल फुटबाल लीग (NFL) पर भी आरोप लगाए। उसने कहा कि अगर कोई उनकी आलोचना करता है तो एनएफएल उस पर दबाव डालता है। पुलिस के अनुसार, तमूरा चाहता था कि उसकी मौत के बाद उसके दिमाग पर रिसर्च की जाए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 27 साल का शेन तमूरा पहले फुटबॉल खेलता था। उसने अपने सुसाइड नोट में एनएफएल पर गुस्सा जताया। उसने लिखा कि अगर कोई एनएफएल की आलोचना करता है या उसे गलत बताता है, तो वह उसे "कुचल" देता है। तमूरा के पास से कुछ पन्नों का एक नोट मिला। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस नोट में उसने अपने दिमाग पर अध्ययन करने की इच्छा जताई थी।
सिर में बार-बार चोट लगे पर होता है सीटीई
न्यूयॉर्क डेली न्यूज की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि, एक स्टडी के अनुसार, एनएफएल के एक तिहाई पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि उन्हें सीटीई है। सीटीई एक ऐसी बीमारी है जो बार-बार सिर में चोट लगने के कारण होती है। इस बीमारी का पता सिर्फ मौत के बाद ही लगाया जा सकता है। जिस बिल्डिंग में गोलीबारी हुई, उसकी निचली चार मंजिलों पर एनएफएल के ऑफिस हैं। हालांकि गोलीबारी लॉबी और 33वीं मंजिल पर हुई। पुलिस का कहना है कि 33वीं मंजिल पर रुडिन मैनेजमेंट के ऑफिस में उसने एक महिला को मारने के बाद खुद को गोली मार ली।
मेयर एरिक एडम्स ने मंगलवार सुबह मीडिया आउटलेट MSNBC को बताया, "हमारे पास यह मानने का कारण है कि वह उस एनएफएल एजेंसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा था जो इमारत में स्थित थी।" एडम्स ने पुष्टि की कि उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था जिसमें सीटीई के बारे में बात की गई है। मेयर एडम्स ने मंगलवार को Fox 5 को बताया कि तमूरा गलत लिफ्ट में चला गया था। उस लिफ्ट से एनएफएल ऑफिस वाली मंजिलों तक नहीं पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा, वह गलत मंजिल पर चला गया था।
हमलावर ने सबसे पहले पुलिस अधिकारी को गोली मारी
मेयर एडम्स ने MSNBC को बताया कि 33वीं मंजिल पर सुरक्षा उपायों के कारण कई लोगों की जान बच गई। उन्होंने कहा, उस मंजिल पर सुरक्षित कमरे हैं। जैसे कि बाथरूम में बुलेटप्रूफ दरवाजे हैं। स्टाफ के कई लोगों ने खुद को उन कमरों में बंद कर लिया। हमारा मानना है कि इससे ज्यादा लोगों की जान बच गई।
न्यूयॉर्क पुलिस कमिश्नर जेसिका टिश ने सोमवार को रात में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तमूरा लास वेगास में रहता था और उसका मानसिक इलाज चल रहा था। तमूरा अपनी ब्लैक बीएमडब्लू कार से 345 पार्क एवेन्यू पहुंचा था। यह 44 मंजिल की इमारत है। टिश ने बताया कि तमूरा एम 4 नामक एक असॉल्ट-स्टाइल राइफल लेकर बिल्डिंग की लॉबी में घुसा और गोलीबारी शुरू कर दी। उसने सबसे पहले न्यूयॉर्क पुलिस के अधिकारी दिदारुल इस्लाम को गोली मारी। इस्लाम उस बिल्डिंग में सिक्योरिटी गार्ड थे। टिश ने बताया कि तमूरा ने लॉबी में दो और लोगों को गोली मारी, जिसमें से एक की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद वह लिफ्ट से 33वीं मंजिल पर गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति एनएफएल का अधिकारी है।
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सीटीई वास्तव में तमूरा के इस हिंसक व्यवहार का कारण था? क्या एनएफएल को इस मामले में जिम्मेदारी लेनी चाहिए? और क्या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए बेहतर मदद उपलब्ध कराई जानी चाहिए? इन सवालों के जवाब आने वाले समय में तलाशे जाएंगे। फिलहाल, इस घटना से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 27 साल का शेन तमूरा पहले फुटबॉल खेलता था। उसने अपने सुसाइड नोट में एनएफएल पर गुस्सा जताया। उसने लिखा कि अगर कोई एनएफएल की आलोचना करता है या उसे गलत बताता है, तो वह उसे "कुचल" देता है। तमूरा के पास से कुछ पन्नों का एक नोट मिला। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस नोट में उसने अपने दिमाग पर अध्ययन करने की इच्छा जताई थी।
सिर में बार-बार चोट लगे पर होता है सीटीई
न्यूयॉर्क डेली न्यूज की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि, एक स्टडी के अनुसार, एनएफएल के एक तिहाई पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि उन्हें सीटीई है। सीटीई एक ऐसी बीमारी है जो बार-बार सिर में चोट लगने के कारण होती है। इस बीमारी का पता सिर्फ मौत के बाद ही लगाया जा सकता है। जिस बिल्डिंग में गोलीबारी हुई, उसकी निचली चार मंजिलों पर एनएफएल के ऑफिस हैं। हालांकि गोलीबारी लॉबी और 33वीं मंजिल पर हुई। पुलिस का कहना है कि 33वीं मंजिल पर रुडिन मैनेजमेंट के ऑफिस में उसने एक महिला को मारने के बाद खुद को गोली मार ली।
मेयर एरिक एडम्स ने मंगलवार सुबह मीडिया आउटलेट MSNBC को बताया, "हमारे पास यह मानने का कारण है कि वह उस एनएफएल एजेंसी पर ध्यान केंद्रित कर रहा था जो इमारत में स्थित थी।" एडम्स ने पुष्टि की कि उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा था जिसमें सीटीई के बारे में बात की गई है। मेयर एडम्स ने मंगलवार को Fox 5 को बताया कि तमूरा गलत लिफ्ट में चला गया था। उस लिफ्ट से एनएफएल ऑफिस वाली मंजिलों तक नहीं पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा, वह गलत मंजिल पर चला गया था।
हमलावर ने सबसे पहले पुलिस अधिकारी को गोली मारी
मेयर एडम्स ने MSNBC को बताया कि 33वीं मंजिल पर सुरक्षा उपायों के कारण कई लोगों की जान बच गई। उन्होंने कहा, उस मंजिल पर सुरक्षित कमरे हैं। जैसे कि बाथरूम में बुलेटप्रूफ दरवाजे हैं। स्टाफ के कई लोगों ने खुद को उन कमरों में बंद कर लिया। हमारा मानना है कि इससे ज्यादा लोगों की जान बच गई।
न्यूयॉर्क पुलिस कमिश्नर जेसिका टिश ने सोमवार को रात में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि तमूरा लास वेगास में रहता था और उसका मानसिक इलाज चल रहा था। तमूरा अपनी ब्लैक बीएमडब्लू कार से 345 पार्क एवेन्यू पहुंचा था। यह 44 मंजिल की इमारत है। टिश ने बताया कि तमूरा एम 4 नामक एक असॉल्ट-स्टाइल राइफल लेकर बिल्डिंग की लॉबी में घुसा और गोलीबारी शुरू कर दी। उसने सबसे पहले न्यूयॉर्क पुलिस के अधिकारी दिदारुल इस्लाम को गोली मारी। इस्लाम उस बिल्डिंग में सिक्योरिटी गार्ड थे। टिश ने बताया कि तमूरा ने लॉबी में दो और लोगों को गोली मारी, जिसमें से एक की मौत हो गई और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद वह लिफ्ट से 33वीं मंजिल पर गया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति एनएफएल का अधिकारी है।
इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सीटीई वास्तव में तमूरा के इस हिंसक व्यवहार का कारण था? क्या एनएफएल को इस मामले में जिम्मेदारी लेनी चाहिए? और क्या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए बेहतर मदद उपलब्ध कराई जानी चाहिए? इन सवालों के जवाब आने वाले समय में तलाशे जाएंगे। फिलहाल, इस घटना से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं।
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