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ओडिशा: छात्रा से सेक्सुअल फेवर मांगने वाला टीचर अरेस्ट, पीड़िता की हालत नाजुक, डॉक्टर बोले- अगले 48 घंटे अहम

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भुवनेश्वर: ओडिशा के बालासोर जिले में एक कॉलेज छात्रा ने खुद को आग लगा ली। यह घटना यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद हुई। 20 वर्षीय छात्रा की हालत गंभीर है। उसे भुवनेश्वर के एम्स (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने किडनी ट्रांसप्लांट थेरेपी करने के लिए डायलिसिस शुरू कर दिया है। छात्रा ने एक शिक्षक पर यौन और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। कार्रवाई की मांग करते हुए उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। कॉलेज के प्रिंसिपल को भी निलंबित कर दिया गया है।



क्या है मामला?


बालासोर के फकीर मोहन कॉलेज की छात्रा बीएड (B.Ed) के दूसरे साल में पढ़ती है। उसने शनिवार को खुद को आग लगा ली। छात्रा का आरोप है कि एक शिक्षक ने उसका यौन और मानसिक उत्पीड़न किया। वह उस शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई चाहती थी। एम्स भुवनेश्वर के डॉक्टर संजय गिरि ने बताया कि दिल्ली एम्स के विशेषज्ञों से सलाह ली गई है। उसके बाद डायलिसिस शुरू किया गया है। डॉ गिरि बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड हैं।



छात्रा की हालत गंभीर


डॉ गिरि ने यह भी बताया कि अस्पताल प्रशासन ने छात्रा के परिवार को उसकी हालत के बारे में जानकारी दे दी है। वेंटिलेटर पर होने के बावजूद उसकी हृदय गति 180 बीपीएम (बीट प्रति मिनट) है। इसका मतलब है कि उसका दिल बहुत तेजी से धड़क रहा है। एम्स भुवनेश्वर के कार्यकारी निदेशक डॉ आशुतोष बिस्वास ने रविवार को पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीड़िता का लगभग 95 प्रतिशत शरीर गंभीर रूप से झुलस गया है। उसके गुर्दे और फेफड़े भी प्रभावित हुए हैं। वह फिलहाल आईसी में है। उसकी किडनी और फेफड़े भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। उसे लगातार डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।



अगले 48 घंटे बहुत अहम


महिला को शनिवार को एम्स भुवनेश्वर में भर्ती कराया गया था। अस्पताल के अधिकारियों का कहना है कि अगले 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं। पीड़िता की हालत में अभी तक कोई सुधार नहीं दिख रहा है। डॉ बिस्वास ने बताया कि कई विभागों के डॉक्टर छात्रा का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चेहरे पर कुछ जगहों को छोड़कर पूरा शरीर जल गया है। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल हम कुछ नहीं कह सकते।



ओडिशा सीएम ने क्या कहा?


ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका दिल्ली में स्थित एम्स जैसा ही इलाज किया जा रहा है। एक मेडिकल टीम का गठन किया गया है। उसकी हालत स्थिर होने के बाद सरकार उसे ‘एयरलिफ्ट’ करने पर विचार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रा का इलाज अच्छे से हो रहा है। अगर जरूरत पड़ी तो उसे बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भी भेजा जा सकता है।



डॉक्टरों की 10 टीम बनाई


अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि बर्न विभाग के डॉक्टरों के साथ-साथ गहन चिकित्सा, सर्जरी, नेफ्रोलॉजी और पल्मोनोलॉजी के विशेषज्ञ भी उसकी हालत पर नजर रख रहे हैं। एम्स भुवनेश्वर ने एनेस्थीसिया, पल्मोनरी मेडिसिन, बर्न, नेफ्रोलॉजी और अन्य विभागों के डॉक्टरों की एक 10 सदस्यीय टीम बनाई है। यह टीम छात्रा के इलाज पर ध्यान दे रही है। एक आदेश में कहा गया है कि समिति आवश्यकता पड़ने पर किसी भी अन्य महत्वपूर्ण विभाग के किसी भी अन्य संकाय सदस्य को इलाज के लिए बुला सकती है।



कॉलेज के प्रिंसिपल निलंबित, आरोपी टीचर अरेस्ट


उच्च शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि आत्मदाह के बाद ओडिशा सरकार ने कॉलेज के प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है। प्रिंसिपल पर आरोप है कि उन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन ठीक से नहीं किया। बालासोर जिला पुलिस ने शनिवार को आरोपी शिक्षिका समीरा कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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