शिवपुरीः जिले में ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए बुधवार को बड़ा कदम उठाया गया। बबीना आर्मी कैंट की यूनिट और पिछोर पुलिस ने आर्मी की फील्ड फायरिंग रेंज से लगे हुए गांवों में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस और आर्मी के अधिकारियों ने ग्रामीणों से संवाद किया। इस अभियान का उद्देश्य फायरिंग रेंज में अवैध गतिविधि को रोकना। साथ ही कानूनी परिणामों की चेतावनी देना।
ग्रामीणों को एकजुट कर चेतावनी
पुलिस और आर्मी अधिकारियों ने ग्रामीणों से संवाद किया। अफसरों ने उन्हें बताया कि फील्ड फायरिंग रेंज से लगे गांव के लोग फायरिंग रेंज के अंदर चले जाते हैं। साथ ही कई बार चोरी करना, लकड़ी काटना और रेत भरने जैसी शिकायतें आती हैं जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है। फ्लैग मार्च निकालते हुए गांववालों को आगाह किया कि आगे से फील्ड फायरिंग इलाके में अवैध गतिविधि करते पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विस्फोटक सामग्री से खतरा
इसके अलावा आर्मी के अफसरों ने बताया कि चूंकि यह एरिया उनकी फायरिंग रेंज का है। तो यहां पर कई बार उनके विस्फोटक आइटम्स भी यहां वहां पड़े रहते हैं, जिन्हें अनजाने में गांव वाले उठा लेते हैं। उनको तोड़ने पर कई बार उनमें विस्फोट हो जाता है, जिससे बड़ी दुर्घटना भी घट जाती है। अफसरों ने ग्रामीणों से कहा कि कोई भी विस्फोटक सामग्री उठाने की कोशिश ना करें।
ग्रामीणों से अपील
अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की कि वे आर्मी गतिविधियों वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतें। साथ ही किसी भी प्रकार की संदिग्ध या अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सेना को दें।
Video
इंडियन आर्मी और पिछोर पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन में मेजर हर्षवर्धन सिंह हुड्डा के साथ पिछोर एसडीओपी प्रशांत शर्मा, थाना प्रभारी पिछोर जितेंद्र मावई, थाना प्रभारी मायापुर नीतू सिंह, चौकी प्रभारी हिम्मतपुर संजय लोधी चौकी प्रभारी खोड कुसुम गोयल और अन्य स्टाफ शामिल रहा।
ग्रामीणों को एकजुट कर चेतावनी
पुलिस और आर्मी अधिकारियों ने ग्रामीणों से संवाद किया। अफसरों ने उन्हें बताया कि फील्ड फायरिंग रेंज से लगे गांव के लोग फायरिंग रेंज के अंदर चले जाते हैं। साथ ही कई बार चोरी करना, लकड़ी काटना और रेत भरने जैसी शिकायतें आती हैं जो कि पूरी तरह से गैरकानूनी है। फ्लैग मार्च निकालते हुए गांववालों को आगाह किया कि आगे से फील्ड फायरिंग इलाके में अवैध गतिविधि करते पाए जाने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विस्फोटक सामग्री से खतरा
इसके अलावा आर्मी के अफसरों ने बताया कि चूंकि यह एरिया उनकी फायरिंग रेंज का है। तो यहां पर कई बार उनके विस्फोटक आइटम्स भी यहां वहां पड़े रहते हैं, जिन्हें अनजाने में गांव वाले उठा लेते हैं। उनको तोड़ने पर कई बार उनमें विस्फोट हो जाता है, जिससे बड़ी दुर्घटना भी घट जाती है। अफसरों ने ग्रामीणों से कहा कि कोई भी विस्फोटक सामग्री उठाने की कोशिश ना करें।
ग्रामीणों से अपील
अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की कि वे आर्मी गतिविधियों वाले क्षेत्रों में सतर्कता बरतें। साथ ही किसी भी प्रकार की संदिग्ध या अवैध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस या सेना को दें।
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इंडियन आर्मी और पिछोर पुलिस के इस संयुक्त ऑपरेशन में मेजर हर्षवर्धन सिंह हुड्डा के साथ पिछोर एसडीओपी प्रशांत शर्मा, थाना प्रभारी पिछोर जितेंद्र मावई, थाना प्रभारी मायापुर नीतू सिंह, चौकी प्रभारी हिम्मतपुर संजय लोधी चौकी प्रभारी खोड कुसुम गोयल और अन्य स्टाफ शामिल रहा।
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