पटना: जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बिहार से, उसके विकास से और उसकी समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी केवल राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) पर दबाव बनाकर अधिक सीटें हासिल करने के लिए सक्रिय थे। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी चुनाव के समय बिहार आएंगे, कुछ रैलियां करेंगे और फिर उनका बिहार से नाता खत्म हो जाएगा।
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि राहुल गांधी केवल आरजेडीसे कुछ और सीटें पाने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का बिहार, बिहार के विकास या बिहार की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। अगर उन्हें सीट नहीं मिलेंगी, तो वे दिल्ली में बैठ जाएंगे। वे केवल चुनाव के समय आएंगे, तीन-चार रैलियां करेंगे, और उनके लिए बिहार की कहानी खत्म हो जाएगी।"
चुनाव में बिहार आते हैं, वोट लेते हैं और चले जाते हैंजन सुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि बिहार के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जैसे नेताओं से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता चुनाव के समय बिहार आते हैं, लोगों को गुमराह करते हैं, वोट लेते हैं और फिर चले जाते हैं। उन्होंने कहा, "बिहार को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए, चाहे वे मोदी हों या राहुल जी, जो केवल चुनाव के समय आते हैं, दिखावा करते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जनता को गुमराह करते हैं, वोट लेते हैं और चले जाते हैं। इसके बाद बिहार और उसके लोग पांच साल तक पीड़ित रहेंगे, आपके बच्चों को मजदूरी करनी पड़ेगी, आपको बाढ़ का सामना करना पड़ेगा, और ये लोग एक शब्द भी नहीं कहेंगे।"
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) शामिल हैं। दूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी),कांग्रेस, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
जन सुराज के विकल्प बनने का दावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है। बिहार में चुनावों के लिए मतदान क्रमशः 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। प्रशांत किशोर का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश की है और उनका मानना है कि राज्य के नेताओं को बाहरी नेताओं से सावधान रहना चाहिए जो केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज पार्टी बिहार के लोगों के लिए एक विकल्प के रूप में उभरेगी।
प्रशांत किशोर ने दावा किया कि राहुल गांधी केवल आरजेडीसे कुछ और सीटें पाने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, "राहुल गांधी का बिहार, बिहार के विकास या बिहार की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। अगर उन्हें सीट नहीं मिलेंगी, तो वे दिल्ली में बैठ जाएंगे। वे केवल चुनाव के समय आएंगे, तीन-चार रैलियां करेंगे, और उनके लिए बिहार की कहानी खत्म हो जाएगी।"
चुनाव में बिहार आते हैं, वोट लेते हैं और चले जाते हैंजन सुराज पार्टी के संस्थापक ने कहा कि बिहार के लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जैसे नेताओं से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि ये नेता चुनाव के समय बिहार आते हैं, लोगों को गुमराह करते हैं, वोट लेते हैं और फिर चले जाते हैं। उन्होंने कहा, "बिहार को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए, चाहे वे मोदी हों या राहुल जी, जो केवल चुनाव के समय आते हैं, दिखावा करते हैं, बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, जनता को गुमराह करते हैं, वोट लेते हैं और चले जाते हैं। इसके बाद बिहार और उसके लोग पांच साल तक पीड़ित रहेंगे, आपके बच्चों को मजदूरी करनी पड़ेगी, आपको बाढ़ का सामना करना पड़ेगा, और ये लोग एक शब्द भी नहीं कहेंगे।"
बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और महागठबंधन के बीच होगा। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी-राम विलास (एलजेपी-आर), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (आरएलएम) शामिल हैं। दूसरी तरफ विपक्ष के महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी),कांग्रेस, दीपांकर भट्टाचार्य के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया- मार्क्सवादी (सीपीएम) और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं।
जन सुराज के विकल्प बनने का दावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने राज्य की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है। बिहार में चुनावों के लिए मतदान क्रमशः 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। प्रशांत किशोर का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने बिहार की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाने की कोशिश की है और उनका मानना है कि राज्य के नेताओं को बाहरी नेताओं से सावधान रहना चाहिए जो केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जन सुराज पार्टी बिहार के लोगों के लिए एक विकल्प के रूप में उभरेगी।
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