भुवनेश्वर: ओडिशा के गजपति जिले में होम गार्ड की भर्ती में शामिल दो अभ्यर्थियों की दौड़ के बाद मौत हो गई। फिजिकल टेस्ट के दौरान दौड़ने के कारण छह अन्य उम्मीदवारों की हालत बिगड़ गई। उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। इन दो मौतों के बाद दो महीने में फिजिकल टेस्ट के दौरान मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। गजपति के एसपी जतींद्र कुमार पांडा ने बताया कि शवों का पोस्टमॉर्टम कराया गया है, इसके बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा। ओडिशा सरकार ने इस घटना पर संज्ञान लिया है।
दौड़ पूरी करने के बाद बिगड़ी तबीयत
गजपति जिले में गुरुवार को होमगार्ड के चयन के लिए फिजिकल टेस्ट आयोजित की गई थी। इस दौरान अभ्यर्थियों को दो किलोमीटर की दौड़ 10 मिनट में पूरी करनी थी। गजपति के पेरिसल गांव के सुलांत मिशाल (24) और नारायणपुर के दीपक पडालू (27) होम गार्ड बनने का सपना देख रहे थे। टेस्ट के दौरान दौड़ तो पूरी कर ली, मगर उसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। इसके अलावा कई अभ्यर्थी भी बेहोश हो गए। पुलिस के अनुसार, दौड़ पूरी करने के कुछ मिनट बाद सुलांत ने बेचैनी की शिकायत की। उसे तुरंत गजपति जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हार्ट अटैक से मौत की संभावना
सुलांत के पिता कुछ साल पहले गुजर गए थे। वह अपनी मां के साथ रहता था, जो मजदूरी करती है। गजपति के एसपी जतींद्र कुमार पांडा ने बताया कि एक मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया और इसकी वीडियोग्राफी की गई। पुलिस को आशंका है कि मिशाल को पहले से कोई बीमारी थी, जो दौड़ के दौरान बढ़ गई। इसके अलावा दौड़ के बाद दीपक पडालू भी बेहोश हुआ, उसकी मौत बेहरामपुर के मेडिकल कॉलेज में हुई। डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई होगी, हालांकि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा। अस्पताल में भर्ती अन्य अभ्यर्थियों ने मांसपेशियों में ऐंठन और शरीर में दर्द की शिकायत की थी। इलाज के बाद छह में से तीन युवाओं को छुट्टी दे दी गई है। तीन अभी भी अस्पताल में हैं।
दौड़ पूरी करने के बाद बिगड़ी तबीयत
गजपति जिले में गुरुवार को होमगार्ड के चयन के लिए फिजिकल टेस्ट आयोजित की गई थी। इस दौरान अभ्यर्थियों को दो किलोमीटर की दौड़ 10 मिनट में पूरी करनी थी। गजपति के पेरिसल गांव के सुलांत मिशाल (24) और नारायणपुर के दीपक पडालू (27) होम गार्ड बनने का सपना देख रहे थे। टेस्ट के दौरान दौड़ तो पूरी कर ली, मगर उसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई। इसके अलावा कई अभ्यर्थी भी बेहोश हो गए। पुलिस के अनुसार, दौड़ पूरी करने के कुछ मिनट बाद सुलांत ने बेचैनी की शिकायत की। उसे तुरंत गजपति जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
हार्ट अटैक से मौत की संभावना
सुलांत के पिता कुछ साल पहले गुजर गए थे। वह अपनी मां के साथ रहता था, जो मजदूरी करती है। गजपति के एसपी जतींद्र कुमार पांडा ने बताया कि एक मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया और इसकी वीडियोग्राफी की गई। पुलिस को आशंका है कि मिशाल को पहले से कोई बीमारी थी, जो दौड़ के दौरान बढ़ गई। इसके अलावा दौड़ के बाद दीपक पडालू भी बेहोश हुआ, उसकी मौत बेहरामपुर के मेडिकल कॉलेज में हुई। डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई होगी, हालांकि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा। अस्पताल में भर्ती अन्य अभ्यर्थियों ने मांसपेशियों में ऐंठन और शरीर में दर्द की शिकायत की थी। इलाज के बाद छह में से तीन युवाओं को छुट्टी दे दी गई है। तीन अभी भी अस्पताल में हैं।
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