अगर नहीं, तो इंटरनेट पर वायरल एक रेडिट पोस्ट में यूजर ने बिना कंपनी का नाम लिए अपनी ऑफिस में काम करने वाले ऑफिस बॉयज की सैलरी के बारे में बताया है। जिसे जानने के बाद यूजर्स अब कमेंट सेक्शन में जमकर रिएक्शन दे रहे हैं। दरअसल, अपनी रेडिट पोस्ट में यूजर ने कंपनी के एंप्लॉय और ऑफिस बॉय की सैलरी के बीच मिली बड़ी असमानता (Inequality) का मुद्दा उठाया है।
सुबह 7 बजे से रात 8 बजे…

रेडिट यूजर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि कल ऑफिस में मैं अपनी कंपनी के ऑफिस बॉय से यूं ही बातचीत कर रहा था। इस दौरान उसने बताया कि उसकी पगार सिर्फ 12 हजार रुपये है और वह सुबह 7 बजे नालासोपारा में अपने घर से निकलता है और रात 8 बजे वापस पहुंचता है। उसे सिर्फ संडे की छुट्टी मिलती है। वह अपने परिवार, जिसमें उसकी पत्नी और 2 बच्चे हैं, उनमें कमाने वाला इकलौता व्यक्ति है।
बंदे ने आगे लिखा कि उसकी तनख्वाह सुनकर मैं हैरान रह गया, क्योंकि वही कंपनी सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को 20 लाख रुपये सालाना देती है। वेतन में इतनी बड़ी असमानता है। सबसे बुरी बात यह है कि मुंबई में उसके जैसे लाखों लोग हैं जो रोजाना 3 घंटे यात्रा में बिताते हैं और इतने कम वेतन में गुजारा करते हैं।
ऑफिस बॉय की सैलरी का पता चला…
r/mumbai के रेडिट पेज पर @That-Replacement-232 ने ‘मुझे अपने ऑफिस के लड़के की सैलरी पता चल गई’ शीर्षक के साथ यह पोस्ट लिखी। जिसे अब तक ढाई हजार के करीब अप्स और साढ़े 300 से ज्यादा कमेंट्स मिल चुके हैं।
12 हजार सच में डिप्रेसिंग है…
ऑफिस बॉय की सैलरी सुनने के बाद रेडिट यूजर्स भी कमेंट सेक्शन में तरह-तरह के सवाल पूछने के साथ-साथ आय की असमानता पर सहमत नजर आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- एक कुंवारे के लिए 12 हजार रुपये काफी निराशाजनक हैं। मैं दो बच्चों वाले शादीशुदा आदमी के लिए इसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। दूसरे यूजर ने कहा कि इसके बजाय वे अच्छे वेतन के हकदार हैं। हर कोई किसी न किसी प्वाइंट पर अच्छे जीवन का हकदार है।
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