Next Story
Newszop

Lucknow News: वसंत कुंज योजना में 257 खरीदारों को नहीं मिले प्लॉट, 3 साल से फंसे 100 करोड़ रुपये

Send Push
अभिषेक पांडेय, लखनऊ: दुबग्गा स्थित एलडीए की वसंत कुंज योजना में भूखंड आवंटित होने के बाद भी लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। योजना के 275 आवंटियों के करीब सौ करोड़ रुपये बीते तीन साल से फंसे हैं। पहले तो एलडीए ने आवंटियों को ब्याज समेत रकम वापस करने का पत्र जारी कर दिया। हालांकि, मामले के तूल पकड़ने पर एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार ने फैसले वापस लेते हुए पांच सदस्यीय समिति गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। अब योजना के निरस्त हुए सेक्टर एक की जांच पूरी कर 10 मई तक एलडीए वीसी को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद ही आवंटियों के आशियाने के सपने और फंसी रकम की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। एलडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी के अनुसार वसंत कुंज सेक्टर ए को निरस्त करने के पीछे किसानों के साथ चल रहा विवाद है। करीब 149 करोड़ मुआवजा लेने के बावजूद 823 किसान जमीन छोड़ने को तैयार नहीं है। ऐसे में आवंटियों को उनकी रकम ब्याज के साथ लौटाने का फैसला लिया गया था। हालांकि बाद में वापस लेते हुए अपर सचिव की अध्यक्षता में जांच समिति गठित कर दी गई है। कैसे बन रहा दुबग्गा थानाआवंटी संतोष सिंह के अनुसार सेक्टर ए के ले-आउट में दुबग्गा थाने की नई बिल्डिंग भी शामिल है। आरोप है कि एक तरफ कहा जा रहा है कि किसान जमीन खाली नहीं कर रहे हैं। ऐसे में सवाल है कि थाना निर्माण के लिए जमीन कैसे मिल गई। आवंटियों ने आंशका जताई है कि बिल्डर लॉबी को फायदा पहुंचाने के लिए पूरा खेल किया जा रहा है। वीसी से मिले आवंटीसेक्टर ए योजना निरस्त होने के बाद सोमवार को बड़ी संख्या में आवंटियों ने एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार से मुलाकात कर अपनी बात रही। इस दौरान कहा कि जब पहले से ही विवाद था तो भूखंड आवंटन क्यों किया गया? हालांकि वीसी ने बताया कि साल 2022 में किसानों से कोई विवाद नहीं था। सभी को मुआवजा भी दिया जा चुका है। हालांकि इसके बाद कुछ दिक्कतों के कारण अधिग्रहण फंस गया। आवंटियों को 12.5% सालाना ब्याज की दर से रकम वापस करने का ऑफर भी दिया गया, लेकिन आवंटियों ने जमीनों के दाम कहीं ज्यादा बढ़ने की बात कहते हुए साफ इनकार कर दिया। वहीं, एलडीए के अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि सेक्टर ए को योजना के दूसरे इलाकों से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण बेहद जरूरी है। हालांकि सड़क का काम शुरू होते ही किसान विरोध में आ जाते हैं। कई बार समझाने के बावजूद किसान मान नहीं रहे हैं, जबकि जमीन के लिए मुआवजा भी दिया जा चुका है। क्या तत्कालीन अफसर फंसेंगे?वसंत कुंज योजना के सेक्टर ए में साल 2022 में बगैर जमीन अधिग्रहण के रजिस्ट्रेशन खोलने वाले अफसरों की सूची भी तैयार करवाई जा रही है। अब तक की जांच में सामने आया कि तत्कालीन वीसी अक्षय त्रिपाठी तक को सेक्टर ए में जमीन अधिग्रहण से संबंधित पूरी जानकारी नहीं दी गई थी। मौजूदा कार्यवाहक चीफ इंजिनियर नवनीत शर्मा के पास उस समय वसंत कुंज योजना का जिम्मा था। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि कैसे नवनीत शर्मा ने अफसरों को गुमराह कर इतना बड़ा प्रॉजेक्ट लॉन्च करवा दिया। समायोजन से इनकारअपर सचिव सीपी त्रिपाठी से वसंत कुंज योजना के मामले में पूछा गया कि क्या आवंटियों को दूसरी जगह जमीन देकर समायोजित किया जाएगा। इस पर अपर सचिव ने साफ इनकार कर दिया। इस पर आवंटियों ने कहा कि अगर एलडीए की कोई रकम बकाया होती है तो चक्रवृद्धि ब्याज लिया जाता है। ऐसे जब आवंटियों को रकम लौटानी है तो उसी व्यवस्था के तहत क्यों नहीं की जा रही। पूरे मामले को लेकर ऐसे ही कई सवालों के जवाब अपर सचिव नहीं दे सके।
Loving Newspoint? Download the app now