जयपुर: राजधानी की जयपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल मिलने की घटनाओं का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार दोपहर तलाशी के दौरान वार्ड नंबर-3 के बैरक नंबर-1 के पीछे लावारिस हालत में एक मोबाइल पड़ा मिला। जेल प्रशासन ने इसे तुरंत जब्त कर लिया।
कैदी की पहचान में जुटा जयपुर जेल प्रशासन और पुलिस
लालकोठी थाना पुलिस ने इस मामले में प्रिजनर्स एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। मोबाइल में सिमकार्ड लगा हुआ था, जिसकी मदद से जेल प्रशासन और पुलिस उस बंदी की पहचान करने की कोशिश कर रही है जिसने इसे बैरक के पीछे फेंका था। जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी राजेन्द्र प्रसाद मीणा (27) ने यह रिपोर्ट दर्ज करवाई।
जेल में मोबाइल मिलने की बढ़ती घटनाएं, सितंबर-अक्टूबर-नवंबर में 53 मोबाइल जब्त
सितंबर महीने में जेल प्रशासन ने 19 मामले दर्ज कर 31 मोबाइल बरामद किए थे। अक्टूबर में 15 मामले दर्ज हुए और 17 मोबाइल मिले। नवम्बर महीने में अब तक दो मामले दर्ज किए गए हैं और 5 मोबाइल बरामद हुए हैं।
जेल में सुरक्षा पर बढ़ता सवाल, भविष्य में रोकथाम के प्रयास
जेल में लगातार मोबाइल मिलने से सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए सभी बैरकों की तलाशी तेज कर दी है। जेल में बंदियों की निगरानी और मोबाइल प्रवेश रोकने के उपायों को और कड़ा किया जा रहा है। जेल प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए लगातार तलाशी अभियान जारी रहेगा। इसके अलावा बंदियों के बीच किसी भी प्रकार की अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी ताकि जेल में कानून और व्यवस्था बनी रहे।
कैदी की पहचान में जुटा जयपुर जेल प्रशासन और पुलिस
लालकोठी थाना पुलिस ने इस मामले में प्रिजनर्स एक्ट के तहत FIR दर्ज की है। मोबाइल में सिमकार्ड लगा हुआ था, जिसकी मदद से जेल प्रशासन और पुलिस उस बंदी की पहचान करने की कोशिश कर रही है जिसने इसे बैरक के पीछे फेंका था। जयपुर सेंट्रल जेल के प्रहरी राजेन्द्र प्रसाद मीणा (27) ने यह रिपोर्ट दर्ज करवाई।
जेल में मोबाइल मिलने की बढ़ती घटनाएं, सितंबर-अक्टूबर-नवंबर में 53 मोबाइल जब्त
सितंबर महीने में जेल प्रशासन ने 19 मामले दर्ज कर 31 मोबाइल बरामद किए थे। अक्टूबर में 15 मामले दर्ज हुए और 17 मोबाइल मिले। नवम्बर महीने में अब तक दो मामले दर्ज किए गए हैं और 5 मोबाइल बरामद हुए हैं।
जेल में सुरक्षा पर बढ़ता सवाल, भविष्य में रोकथाम के प्रयास
जेल में लगातार मोबाइल मिलने से सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। जेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए सभी बैरकों की तलाशी तेज कर दी है। जेल में बंदियों की निगरानी और मोबाइल प्रवेश रोकने के उपायों को और कड़ा किया जा रहा है। जेल प्रशासन का कहना है कि ऐसे मामलों को रोकने के लिए लगातार तलाशी अभियान जारी रहेगा। इसके अलावा बंदियों के बीच किसी भी प्रकार की अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी ताकि जेल में कानून और व्यवस्था बनी रहे।
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