कोलकाता: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान पूर्णम साहू पिछले हफ्ते गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर गए। इसके बाद पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया। वहीं बीएसफ जवान की पत्नी रजनी साहू सोमवार को फिरोजपुर पहुंचीं। वह अपने पति की वापसी के लिए फोर्स के प्रयासों को समझने के लिए आई हैं। रजनी ने कहा कि हर कोई उन्हें आश्वासन दे रहा है। लेकिन बुधवार को पाकिस्तान रेंजर्स की ओर से हिरासत में लिए जाने के बाद से कोई प्रगति नहीं हुई है। वह जानना चाहती हैं कि क्या बातचीत चल रही है और उनकी रिहाई में देरी क्यों हो रही है? रजनी अपने बेटे, दो बहनों और एक बहनोई के साथ यात्रा पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि यदि बीएसएफ शिविर के अधिकारियों से बातचीत के दौरान उन्हें कोई संतोषजनक जानकारी नहीं मिली तो वह केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए फिरोजपुर से दिल्ली जाएंगी। गर्भवती हैं बीएसएफ जवान की पत्नीबीएसएफ जवान की पत्नी रजनी साहू गर्भवती हैं। रजनी ने कहा कि मैं आपको बता नहीं सकती कि मैं कितने तनाव में हूं। क्योंकि बीएसएफ अधिकारी मुझे केवल चिंता न करने के लिए कह रहे हैं। कोई स्पष्टता नहीं है। मैं बहुत चिंतित हूं। इसलिए मैंने मेरी इस स्थिति के बावजूद यात्रा की योजना बनाई। साहू पश्चिम बंगाल में हुगली जिले के रिसड़ा के निवासी हैं। पाकिस्तानी रेंजर्स ने कैसे पकड़ा?बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, यह घटना उस वक्त हुई जब साहू सीमा के पास किसानों के एक समूह की रक्षा के लिए उनके साथ थे। उन्होंने बताया कि साहू एक पेड़ के नीचे आराम करने के लिए चले गए और अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में प्रवेश कर गए। इसके बाद उन्हें पाकिस्तान रेंजर्स ने तुरंत हिरासत में ले लिया। साहू पंजाब में फिरोजपुर सीमा पर बीएसएफ की 182वीं बटालियन में तैनात थे। रिहाई की चर्चा पर क्या कहा?अधिकारियों ने गुरुवार रात बताया था कि साहू की रिहाई पर चर्चा के लिए भारतीय और पाकिस्तानी सीमा बलों ने ‘फ्लैग मीटिंग’ की, लेकिन उनके परिवार को कोई और जानकारी नहीं दी गई। साहू की पत्नी रजनी ने रविवार को कहा था कि आज पांचवां दिन है और उनके लौटने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने चंडीगढ़ के लिए विमान का टिकट ले लिया। वहां से मैं फिरोजपुर पहुंचीं। मेरा बेटा और तीन अन्य रिश्तेदार मेरे साथ हैं। केंद्र से मदद की गुहाररजनी ने पहले रविवार शाम को अमृतसर मेल से जाने योजना बनाई थी जो हावड़ा से पठानकोट होते हुए फिरोजपुर जाती है, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल सका था। पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी साहू के माता-पिता ने कहा कि वे केंद्र सरकार से अपने बेटे की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की अपील की है। साहू की मां ने कहा कि मैं आपको बता नहीं सकती कि मैं कितनी परेशान हूं। मैं बीएसएफ अधिकारियों से अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगा रही हूं।
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