मुंबई: निवेश के क्षेत्र में महाराष्ट्र की महायुति सरकार नित नए रिकॉर्ड बना रही है। मंगलवार को राज्य सरकार ने 10 करार पर हस्ताक्षर किया। इससे राज्य में 42,892 करोड़ रुपये का निवेश आएगा। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अलग-अलग सेक्टर में यह निवेश करार हो रहे हैं। हम लोग निवेश करने वाली कंपनियों को सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं इसलिए उद्योगपतियों की पहली पसंद महाराष्ट्र है। उन्होंने दावा किया कि आज के करार से करीब 25,892 नई नौकरियां पैदा होगी।
मंगलवार को मंत्रालय में 8 समझौता ज्ञापन (MoUs) और दो रणनीतिक करार पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता करारों के आदान-प्रदान के अवसर पर मुख्य सचिव राजेश कुमार, उद्योग सचिव डॉ. पी. अन्बलगन, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. वेलारासु, विकास आयुक्त दिपेंद्रसिंह कुशवाह तथा विभिन्न कंपनियों के निवेशक उपस्थित थे।
करार पर हस्ताक्षर के बाद उद्योगपतियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी तरह की बुनियादी सेवाएं उपलब्ध है और जहां कुछ रह गई है तो उसे सरकार पूरा करेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिनके साथ करार हुआ है उन्हें किसी प्रकार की समस्याएं नहीं आनी चाहिए, और जो भी उनके सामने समस्याएं आएं उसे अधिकारी दूर करने के लिए पहली प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों ने बहुत ही दृढ़ और सकारात्मक प्रतिबद्धता दिखाई है। महाराष्ट्र में निवेश को सुचारू बनाने के लिए सरकार की पूरी टीम शुरुआत से लेकर अंत तक आपके साथ खड़ी रहेगी। साथ ही, हाइपरलूप परियोजना को भी आईआईटी मुंबई और आईआईटी मद्रास से गति मिल रही है। यह परियोजना लॉजिस्टिक, परिवहन और मोबिलिटी क्षेत्र में न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में आमूलचूल बदलाव लाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र “डेटा सेंटर कैपिटल” और “सौर ऊर्जा इंटीग्रेशन कैपिटल” के रूप में तेजी से उभर रहा है। कई कंपनियां इन क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं और निश्चित ही उत्पादन क्षेत्र में भी बड़ी क्रांति आने वाली है। ब्रिटेन (यूके) के साथ हुए रणनीतिक करार से नए अवसर खुले हैं और भारत में निवेश बढ़ रहा है। यह निवेशकों के भरोसे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर उनके विश्वास का प्रतीक है।
किस कंपनी ने कितना निवेश कर रही है और कितनों को मिलेगा रोजगार
-ज्युपिटर इंटरनेशनल लिमिटेड –सोलर पैनल निर्माण हेतु ₹10,900 करोड़ का निवेश -8,308 रोजगार अवसर।
-रोचक सिस्टम्स प्रा.लि. –डेटा सेंटर हेतु ₹2,508 करोड़ का निवेश -1,000 रोजगार अवसर।
-रोविसन टेक हब प्रा.लि. –डेटा सेंटर सेक्टर हेतु ₹2,564 करोड़ का निवेश -1,100 रोजगार अवसर।
-वॉव आयरन एंड स्टील प्रा.लि. –स्टील उद्योग हेतु ₹4,300 करोड़ का निवेश- 1,500 रोजगार अवसर।
-वेबमिंट डिजिटल प्रा.लि. –डेटा सेंटर हेतु ₹4,846 करोड़ का निवेश- 2,050 रोजगार अवसर।
-एटलस कॉपको –औद्योगिक उपकरण क्षेत्र हेतु ₹575 करोड़ का निवेश -3,400 रोजगार अवसर।
-एलएनके ग्रीन एनर्जी –हरित ऊर्जा क्षेत्र हेतु ₹4,700 करोड़ का निवेश -2,500 रोजगार अवसर।
-प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स लि. –डेटा सेंटर,लॉजिस्टिक,रियल एस्टेट में ₹12,500 करोड़ -8,700 रोजगार अवसर।
रणनीतिक समझौता करार
इस अवसर पर ग्लोबल इंडिया बिजनेस कॉरिडॉर ने महाराष्ट्र में ब्रिटेन और यूरोप से निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोग करने का करार किया है। साथ ही, टीयूटीआर हाइपरलूप प्रा.लि. ने जेएनपीटी और वधावन बंदरगाह पर अत्याधुनिक परिवहन व्यवस्था स्थापित करने के लिए रणनीतिक समझौता किया है।
मंगलवार को मंत्रालय में 8 समझौता ज्ञापन (MoUs) और दो रणनीतिक करार पर हस्ताक्षर किए गए। समझौता करारों के आदान-प्रदान के अवसर पर मुख्य सचिव राजेश कुमार, उद्योग सचिव डॉ. पी. अन्बलगन, एमआईडीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पी. वेलारासु, विकास आयुक्त दिपेंद्रसिंह कुशवाह तथा विभिन्न कंपनियों के निवेशक उपस्थित थे।
करार पर हस्ताक्षर के बाद उद्योगपतियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में सभी तरह की बुनियादी सेवाएं उपलब्ध है और जहां कुछ रह गई है तो उसे सरकार पूरा करेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिनके साथ करार हुआ है उन्हें किसी प्रकार की समस्याएं नहीं आनी चाहिए, और जो भी उनके सामने समस्याएं आएं उसे अधिकारी दूर करने के लिए पहली प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों ने बहुत ही दृढ़ और सकारात्मक प्रतिबद्धता दिखाई है। महाराष्ट्र में निवेश को सुचारू बनाने के लिए सरकार की पूरी टीम शुरुआत से लेकर अंत तक आपके साथ खड़ी रहेगी। साथ ही, हाइपरलूप परियोजना को भी आईआईटी मुंबई और आईआईटी मद्रास से गति मिल रही है। यह परियोजना लॉजिस्टिक, परिवहन और मोबिलिटी क्षेत्र में न केवल महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश में आमूलचूल बदलाव लाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र “डेटा सेंटर कैपिटल” और “सौर ऊर्जा इंटीग्रेशन कैपिटल” के रूप में तेजी से उभर रहा है। कई कंपनियां इन क्षेत्रों में निवेश कर रही हैं और निश्चित ही उत्पादन क्षेत्र में भी बड़ी क्रांति आने वाली है। ब्रिटेन (यूके) के साथ हुए रणनीतिक करार से नए अवसर खुले हैं और भारत में निवेश बढ़ रहा है। यह निवेशकों के भरोसे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर उनके विश्वास का प्रतीक है।
किस कंपनी ने कितना निवेश कर रही है और कितनों को मिलेगा रोजगार
-ज्युपिटर इंटरनेशनल लिमिटेड –सोलर पैनल निर्माण हेतु ₹10,900 करोड़ का निवेश -8,308 रोजगार अवसर।
-रोचक सिस्टम्स प्रा.लि. –डेटा सेंटर हेतु ₹2,508 करोड़ का निवेश -1,000 रोजगार अवसर।
-रोविसन टेक हब प्रा.लि. –डेटा सेंटर सेक्टर हेतु ₹2,564 करोड़ का निवेश -1,100 रोजगार अवसर।
-वॉव आयरन एंड स्टील प्रा.लि. –स्टील उद्योग हेतु ₹4,300 करोड़ का निवेश- 1,500 रोजगार अवसर।
-वेबमिंट डिजिटल प्रा.लि. –डेटा सेंटर हेतु ₹4,846 करोड़ का निवेश- 2,050 रोजगार अवसर।
-एटलस कॉपको –औद्योगिक उपकरण क्षेत्र हेतु ₹575 करोड़ का निवेश -3,400 रोजगार अवसर।
-एलएनके ग्रीन एनर्जी –हरित ऊर्जा क्षेत्र हेतु ₹4,700 करोड़ का निवेश -2,500 रोजगार अवसर।
-प्रेस्टीज एस्टेट प्रोजेक्ट्स लि. –डेटा सेंटर,लॉजिस्टिक,रियल एस्टेट में ₹12,500 करोड़ -8,700 रोजगार अवसर।
रणनीतिक समझौता करार
इस अवसर पर ग्लोबल इंडिया बिजनेस कॉरिडॉर ने महाराष्ट्र में ब्रिटेन और यूरोप से निवेश आकर्षित करने के लिए सहयोग करने का करार किया है। साथ ही, टीयूटीआर हाइपरलूप प्रा.लि. ने जेएनपीटी और वधावन बंदरगाह पर अत्याधुनिक परिवहन व्यवस्था स्थापित करने के लिए रणनीतिक समझौता किया है।
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