मुंबई: कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को राज्य महोत्सव का दर्जा दिया है। अब राज्य के सांस्कृतिक मंत्री आशीष शेलार ने विधानसभा में घोषणा की कि सरकार इस गणेशोत्सव में सीधे तौर पर शामिल होगी। वे इस महोत्सव को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे। उन्होंने गणेशोत्सव में होने वाले अलग-अलग कार्यक्रमों की रूपरेखा भी बताई। सरकार गणेश मंडलों को तालुका स्तर पर पुरस्कार देगी। वे घरेलू गणेशोत्सव और सार्वजनिक गणेशोत्सव के फोटो और वीडियो के लिए एक पोर्टल बनाएंगे। गणेशोत्सव पर आधारित एक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया जाएगा। एक ड्रोन शो का आयोजन होगा। इस महोत्सव की जानकारी पूरे देश में फैलाई जाएगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम होंगे। भजन मंडल को साहित्य के लिए अनुदान दिया जाएगा।
मंत्री शेलार ने कहा कि गणेशोत्सव महाराष्ट्र की संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सैकड़ों सालों से चला आ रहा है। यह हमारी संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि इस उत्सव को पूरी दुनिया में पहचान मिले। वे चाहते हैं कि हमारी परंपरा आधुनिकता के साथ जुड़े। गणेशोत्सव एक महत्वपूर्ण मंच है। सरकार इसे और मजबूत करना चाहती है। वे चाहते हैं कि गणेशोत्सव से जुड़े सभी लोग एक साथ आएं। इससे पर्यटन बढ़ेगा। हमारी समृद्ध परंपराएं बनी रहेंगी। महाराष्ट्र को दुनिया के नक्शे पर एक खास जगह मिलेगी। इसलिए महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को राज्य महोत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है।
शेलार ने घोषणा की कि इस साल गणेशोत्सव में महाराष्ट्र सरकार भी शामिल होगी। इसके लिए एक विशेष चिन्ह (logo) जारी किया जाएगा। पूरे राज्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में महाराष्ट्र की कला, संस्कृति और परंपरा दिखाई जाएगी। ये कार्यक्रम सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं होंगे। बल्कि उन जगहों पर भी होंगे जहां मराठी लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। भारत के बाहर जिन देशों में मराठी बोलने वाले लोग ज्यादा हैं। वहां भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस साल से व्याख्यानमाला और आध्यात्म नाट्यरंग महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के महत्वपूर्ण मंदिरों और सार्वजनिक गणेशोत्सव के पंडालों को घर बैठे ऑनलाइन देखा जा सकेगा। इसके लिए एक वेबसाइट (portal) बनाई जाएगी। मंत्री शेलार ने कुछ और योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छे गणेश मंडलों को तालुका स्तर पर इनाम दिए जाएंगे। इसके लिए प्रतियोगिता होगी। लोग अपने घरों में मनाए जाने वाले गणेशोत्सव और सार्वजनिक गणेशोत्सव के फोटो और वीडियो वेबसाइट पर डाल सकेंगे। सरकार गणेशोत्सव पर एक डाक टिकट और सिक्का भी जारी करेगी। एक ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस राज्य महोत्सव की जानकारी पूरे देश में फैलाई जाएगी। इसके लिए अखबारों, टीवी चैनलों, रेडियो और सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाएगा। वे अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम करेंगे। जो लोग पारंपरिक भजन और आरती करते हैं, उन भजन मंडलों को साहित्य देने के लिए सरकार पैसे देगी।
मंत्री शेलार ने कहा कि गणेशोत्सव महाराष्ट्र की संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह सैकड़ों सालों से चला आ रहा है। यह हमारी संस्कृति और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि इस उत्सव को पूरी दुनिया में पहचान मिले। वे चाहते हैं कि हमारी परंपरा आधुनिकता के साथ जुड़े। गणेशोत्सव एक महत्वपूर्ण मंच है। सरकार इसे और मजबूत करना चाहती है। वे चाहते हैं कि गणेशोत्सव से जुड़े सभी लोग एक साथ आएं। इससे पर्यटन बढ़ेगा। हमारी समृद्ध परंपराएं बनी रहेंगी। महाराष्ट्र को दुनिया के नक्शे पर एक खास जगह मिलेगी। इसलिए महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को राज्य महोत्सव के रूप में मनाने का फैसला किया है।
शेलार ने घोषणा की कि इस साल गणेशोत्सव में महाराष्ट्र सरकार भी शामिल होगी। इसके लिए एक विशेष चिन्ह (logo) जारी किया जाएगा। पूरे राज्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में महाराष्ट्र की कला, संस्कृति और परंपरा दिखाई जाएगी। ये कार्यक्रम सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं होंगे। बल्कि उन जगहों पर भी होंगे जहां मराठी लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। भारत के बाहर जिन देशों में मराठी बोलने वाले लोग ज्यादा हैं। वहां भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस साल से व्याख्यानमाला और आध्यात्म नाट्यरंग महोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य के महत्वपूर्ण मंदिरों और सार्वजनिक गणेशोत्सव के पंडालों को घर बैठे ऑनलाइन देखा जा सकेगा। इसके लिए एक वेबसाइट (portal) बनाई जाएगी। मंत्री शेलार ने कुछ और योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छे गणेश मंडलों को तालुका स्तर पर इनाम दिए जाएंगे। इसके लिए प्रतियोगिता होगी। लोग अपने घरों में मनाए जाने वाले गणेशोत्सव और सार्वजनिक गणेशोत्सव के फोटो और वीडियो वेबसाइट पर डाल सकेंगे। सरकार गणेशोत्सव पर एक डाक टिकट और सिक्का भी जारी करेगी। एक ड्रोन शो भी आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस राज्य महोत्सव की जानकारी पूरे देश में फैलाई जाएगी। इसके लिए अखबारों, टीवी चैनलों, रेडियो और सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया जाएगा। वे अंतरराष्ट्रीय और अंतरराज्यीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष कार्यक्रम करेंगे। जो लोग पारंपरिक भजन और आरती करते हैं, उन भजन मंडलों को साहित्य देने के लिए सरकार पैसे देगी।
You may also like
बारिश से बाधित दूसरे एकदिनी में इंग्लैंड ने भारत को 8 विकेट से हराया, सीरीज 1-1 से बराबर
राजस्थान: हॉस्टल में छुपे थे लॉरेंस के गुर्ग, थी व्यापारी पर नजर, बड़ी साजिश से पहले चढ़े पुलिस के हत्थे
उद्धव के बाद फडणवीस से मिले आदित्य ठाकरे, क्या महाराष्ट्र में होने वाला है कोई बड़ा उलटफेर
स्कूल सभा के लिए आज के प्रमुख समाचार: राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और खेल की खबरें
WCL 2025 में विवाद, हरभजन-इरफान और यूसुफ पठान के पाकिस्तान के खिलाफ मैच से नाम वापस लेने की अटकलें हुई तेज