भोपाल: मेरे कोच शुरूआत से बोलते थे कि समोसे नहीं खाना, मीठा नहीं खाना, वरना मोटी हो जाओगी, बॉल कैसे तेज डालोगी। उन्होंने इतनी दहशत बना दी थी कि, मेरे अंदर की आज भी मीठा खाने की इच्छा नहीं होती। यह बात विमेंस वर्ल्डकप जीतकर लाने वाली भारतीय टीम की महत्वपूर्ण खिलाड़ी क्रांति गौंड़ ने अपनी फिटनेस के सवाल पर बताई।
भोपाल CM हाउस में बुंदेलखंड की प्रतिभा व विमेंस वर्ल्डकप जीतकर लाने वाली टीम की महत्वपूर्ण खिलाड़ी क्रांति गौड़ का सम्मान किया गया। इस दौरान मप्र टीम की एक खिलाड़ी आकांक्षा द्वारा उनकी फिटनेस को लेकर पूछे गए सवाल पर क्रांति ने बड़ी ही बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि उनके कोच ने शुरूआत से ही उनकी डाइट को लेकर उन्हें आगाह कर दिया था। वे कहते थे कि समोसे-मीठा खाओगी तो मोटी हो जाओगी, फिर दौड़ोगी कैसे और पिच पर तेज बॉल कैसे डाल पाओगी। क्रांति ने स्पष्ट कहा कि उनके कोच यहां बैठे हुए हैं, उन्होंने डाइट को लेकर उनके अंदर इतनी दहशत भर दी थी कि अब मीठा खाने का मन ही नहीं करता।
वर्ल्डकप के दौरान 45 मिनट मेडिटेशन करती हैं
CM मोहन यादव ने योगा को लेकर अपनी बात रखी। इसके बाद उन्होंने क्रांति गौड़ से पूछा कि क्या आपकी टीम में भी योगा, ध्यान होता है तो क्रांति ने बताया कि वर्ल्डकप के दौरान योगा और मेडिटेशन कराया जाता था। खेल में हार-जीत की घबराहट भी होती है। वे लोग 45 मिनट का मेडिटेशन करती थीं। इससे बॉडी को काफी रिलेक्स मिलता है। दिमाग भी शांत रहता है।
मेरे भाई ने कहा था, PM के सामने मेरी बात रखना
समत्व भवन में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में एक गर्ल्स खिलाड़ी ने सहज भाव में क्रांति से सवाल पूछा कि दिल्ली में PM से मिलकर कैसा लगा? इस पर सभागार में ठहाके गूंज उठे। क्रांति ने बताया कि PM नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वे काफी एक्साइटेड थी। उनके बड़े भाई ने कहा था कि मैं पीएम से नहीं मिल पाया, जब तुम मिलो तो मेरी बात रखना। मैं पीएम को बहुत मानता हूं। क्रांति ने बताया कि पीएम से मिलकर और बात करके बहुत सुकून मिला है। वे बहुत अच्छी-अच्छी बात करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रिजेंट में रहता हूं।
क्रांति के साथ उनके पिता और कोच का भी सम्मान किया गया
शुक्रवार को CM डॉ. मोहन यादव ने देश में पहली दफा विमेंस वर्ल्डकप जीतकर लाने वाली टीम की अहम सदस्य व बुंदेलखंड और एमपी की बेटी क्रांति गौड़ के लिए सम्मान समारोह रखा था। उन्होंने क्रांति के साथ-साथ उसके पिता और कोच का भी सम्मान किया।
भोपाल CM हाउस में बुंदेलखंड की प्रतिभा व विमेंस वर्ल्डकप जीतकर लाने वाली टीम की महत्वपूर्ण खिलाड़ी क्रांति गौड़ का सम्मान किया गया। इस दौरान मप्र टीम की एक खिलाड़ी आकांक्षा द्वारा उनकी फिटनेस को लेकर पूछे गए सवाल पर क्रांति ने बड़ी ही बेबाकी से जवाब दिया। उन्होंने बताया कि उनके कोच ने शुरूआत से ही उनकी डाइट को लेकर उन्हें आगाह कर दिया था। वे कहते थे कि समोसे-मीठा खाओगी तो मोटी हो जाओगी, फिर दौड़ोगी कैसे और पिच पर तेज बॉल कैसे डाल पाओगी। क्रांति ने स्पष्ट कहा कि उनके कोच यहां बैठे हुए हैं, उन्होंने डाइट को लेकर उनके अंदर इतनी दहशत भर दी थी कि अब मीठा खाने का मन ही नहीं करता।
वर्ल्डकप के दौरान 45 मिनट मेडिटेशन करती हैं
CM मोहन यादव ने योगा को लेकर अपनी बात रखी। इसके बाद उन्होंने क्रांति गौड़ से पूछा कि क्या आपकी टीम में भी योगा, ध्यान होता है तो क्रांति ने बताया कि वर्ल्डकप के दौरान योगा और मेडिटेशन कराया जाता था। खेल में हार-जीत की घबराहट भी होती है। वे लोग 45 मिनट का मेडिटेशन करती थीं। इससे बॉडी को काफी रिलेक्स मिलता है। दिमाग भी शांत रहता है।
मेरे भाई ने कहा था, PM के सामने मेरी बात रखना
समत्व भवन में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में एक गर्ल्स खिलाड़ी ने सहज भाव में क्रांति से सवाल पूछा कि दिल्ली में PM से मिलकर कैसा लगा? इस पर सभागार में ठहाके गूंज उठे। क्रांति ने बताया कि PM नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वे काफी एक्साइटेड थी। उनके बड़े भाई ने कहा था कि मैं पीएम से नहीं मिल पाया, जब तुम मिलो तो मेरी बात रखना। मैं पीएम को बहुत मानता हूं। क्रांति ने बताया कि पीएम से मिलकर और बात करके बहुत सुकून मिला है। वे बहुत अच्छी-अच्छी बात करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रिजेंट में रहता हूं।
क्रांति के साथ उनके पिता और कोच का भी सम्मान किया गया
शुक्रवार को CM डॉ. मोहन यादव ने देश में पहली दफा विमेंस वर्ल्डकप जीतकर लाने वाली टीम की अहम सदस्य व बुंदेलखंड और एमपी की बेटी क्रांति गौड़ के लिए सम्मान समारोह रखा था। उन्होंने क्रांति के साथ-साथ उसके पिता और कोच का भी सम्मान किया।
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