अंग्रेंजी में अंग्रेजी में प्लूमेरिया नाम से जाना जाने वाला चंपा का फूल अपनी सादगी के लिए भी मशहूर है। लोग, इस फूल अपने घर में जरूर लगाते हैं। लेकिन जब फूल आना कम हो जाते हैं तो परेशान होते है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा हो रहा है तो यह लेख आपके लिए है। गार्डनिंग एक्सपर्ट ने फ्री में इसका समाधान बताया है।
इस तरह बनाएं फर्टिलाइजर

7 से 8 केले के छिलके लेकर एक बाल्टी में डाल दीजिए। अब इसमें पानी डालकर तीन दिन के लिए छोड़ दें। तय समय बाद देखेंगे कि आपका लिक्विड फर्टिलाइजर बनकर तैयार हो चुका होगा। अब इसमें आपको 2 गुना पानी मिला देना है। इससे यह पौधे पर डालने के लिए तैयार हो चुका होगा।
कैसे करना है इस्तेमाल
अब इस लिक्विड को आप चंपा के गमले में डाल सकते हैं। एक बार में एक से दो मग इस्तेमाल करें। हालांकि ध्यान रहे कि पौधे में पानी डालने का समय होने के साथ फर्टिलाइनजर का भी होता है। आपको सुबह या शाम के वक्त फर्टिलाइनजर डालना चाहिए। इस समय मिट्टी थोड़ा सॉफ्ट होती है। गार्डनिंग एक्सपर्ट सचिन ने बताया कि वह 40 दिन में एक बार इस लिक्विड का इस्तेमाल करते हैं।
बनाना पील वाटर डालने का फायदा
दरअसल बनाना पील फास्फोरस का बहुत अच्छा सोर्स होता है। इसमें पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भी होते हैं। जो पौधों के विकास, फल-फूल और जड़ों को मजबूत करने में मदद करते हैं। केले के छिलके में मौजूद मल्टीविटामिन और मल्टीमिनरल चंपा के पौधे के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
एक्सपर्ट ने दिए खास टिप्स
चंपा के पौधे की यूं करें देखभाल
- चंपा के पौधे की देखभाल के लिए इसे भरपूर धूप मिलना जरूरी होता है।
- कटिंग से चंपा का पौधा लगा रहे हैं तो इसके बाद पानी देना बिल्कुल ना भूलें।
- मिट्टी को नम रखें,लेकिन पानी जमा न होने दें और हर 3-4 हफ्तों में खाद दें।
- बीमारियों और कीड़ों से बचाने के लिए नीम का तेल पानी में मिलाकर छिड़कें।
- केमिकल की वजह से प्लांट पॉजिटिविटी को खो देता है, चाहें तो गोबर की खाद इस्तेमाल करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में किए गए दावे इंस्टाग्राम वीडियो और इंटरनेट पर मिली जानकारी पर आधारित हैं। एनबीटी इसकी सत्यता और सटीकता जिम्मेदारी नहीं लेता है।
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