अमितेश सिंह, बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां देवरिया जिले की 50 वर्षीय शशि किरण देवी सरयू नदी में फिसलकर बह गईं। लेकिन 60 किलोमीटर दूर मनियर दियारा में स्थानीय लोगों और पुलिस की तत्परता से उनकी जान बच गई। महिला करीब 10 घंटों तक जलधारा में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष करती रही।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरिया के मइल थाना क्षेत्र के बलिया दक्षिण निवासी घनश्याम पांडेय की पत्नी शशि किरण सुबह 4 बजे टहलने निकली थीं। नदी किनारे पैर धोते समय वह फिसलकर तेज धारा में बह गईं। जब वह घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। लेकिन कुछ पता नहीं चलने से चिंता बढ़ने लगी।
इधर दोपहर करीब 2 बजे मनियर थाना क्षेत्र के दियारा टुकड़ा नंबर दो में भैंस चरा रहे वीरेंद्र प्रसाद की पत्नी निर्मला देवी ने नदी में बहती महिला को हाथ हिलाते देखा। निर्मला ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया और सभी ने मिलकर शशि किरण को सुरक्षित नदी से बाहर निकाला। डायल 112 को सूचना दी गई, जिसके बाद मनियर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।
गौरतलब है कि सरयू नदी को ही इस क्षेत्र में घाघरा के नाम से जाना जाता है। पुलिस ने इस मामले में महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में प्राथमिक उपचार करवाया। इसके साथ ही परिजनों को सूचित किया। देर शाम परिजन भी मनियर पहुंचे, जहां पुलिस ने शशि किरण को सकुशल उनके सुपुर्द कर दिया।
मनियर थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार दूबे ने बताया कि नदी में बहकर मनियर पहुंची महिला का इलाज करवाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। उनकी स्थिति स्थिर है। स्थानीय लोगों की सजगता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक अनहोनी को टाल दिया। जिसकी क्षेत्र में सराहना हो रही है।
इसके साथ ही पुलिस की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वह नदी किनारे जाएं तो अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सतर्क रहने से वह लोग सामान्य रूप से होने वाली दुर्घटनाओं को टाल सकते हैं।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार देवरिया के मइल थाना क्षेत्र के बलिया दक्षिण निवासी घनश्याम पांडेय की पत्नी शशि किरण सुबह 4 बजे टहलने निकली थीं। नदी किनारे पैर धोते समय वह फिसलकर तेज धारा में बह गईं। जब वह घर नहीं लौटीं तो परिजनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। लेकिन कुछ पता नहीं चलने से चिंता बढ़ने लगी।
इधर दोपहर करीब 2 बजे मनियर थाना क्षेत्र के दियारा टुकड़ा नंबर दो में भैंस चरा रहे वीरेंद्र प्रसाद की पत्नी निर्मला देवी ने नदी में बहती महिला को हाथ हिलाते देखा। निर्मला ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया और सभी ने मिलकर शशि किरण को सुरक्षित नदी से बाहर निकाला। डायल 112 को सूचना दी गई, जिसके बाद मनियर पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची।
गौरतलब है कि सरयू नदी को ही इस क्षेत्र में घाघरा के नाम से जाना जाता है। पुलिस ने इस मामले में महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में प्राथमिक उपचार करवाया। इसके साथ ही परिजनों को सूचित किया। देर शाम परिजन भी मनियर पहुंचे, जहां पुलिस ने शशि किरण को सकुशल उनके सुपुर्द कर दिया।
मनियर थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार दूबे ने बताया कि नदी में बहकर मनियर पहुंची महिला का इलाज करवाकर उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। उनकी स्थिति स्थिर है। स्थानीय लोगों की सजगता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक अनहोनी को टाल दिया। जिसकी क्षेत्र में सराहना हो रही है।
इसके साथ ही पुलिस की ओर से स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वह नदी किनारे जाएं तो अतिरिक्त सतर्कता बरतें। सतर्क रहने से वह लोग सामान्य रूप से होने वाली दुर्घटनाओं को टाल सकते हैं।
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