अंकुर तिवारी, लखनऊ: यूपी में इस बार कांवड़ यात्रा के दौरान डीजीपी मुख्यालय से रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाएगी। डीजीपी राजीव कृष्ण के निर्देश पर टीथर्ड ड्रोन व ड्रोन कैमरों का लाइव फीड मुख्यालय के कंट्रोल रूम पर मिलेगा। वहीं, सोशल मीडिया पर 24 घंटे की निगरानी के लिए आठ सदस्यीय स्पेशल टीम गठित की गई है।
डीजीपी मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम में भी आठ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो 24 घंटे सतर्क रहकर सभी प्रकार के मीडिया, यूपी 112 एवं अन्य समस्त माध्यमों से प्राप्त इनपुट की मॉनिटरिंग करेगी।
29,454 CCTV कैमरे और 395 ड्रोन कैमरे से नजर
कांवड़ यात्रा मार्ग के चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही पूरे यात्रा मार्ग और अतिसंवेदनशील स्थानों पर 395 ड्रोन के जरिए नजर रखी जाएगी। इसके अलावा 1,222 पुलिस सहायता केंद्र/कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी शिविरों की एंटी सेबटॉज चेकिंग के बाद उनमें सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं।
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा इंतजाम के लिए 587 राजपत्रित अधिकारी, 2040 इंस्पेक्टर, 13520 एसआई, 39,965 हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल, 1486 महिला एसआई, 8541 महिला हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल, 50 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल व पीएसी और 1,424 होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा आरएएफ, क्यूआरटी व एटीएस की टीमें भी तैनात की गई हैं।
अंतरराज्यीय वॉट्स ऐप ग्रुप बनाया
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक कांवड़ यात्रा को सकुशल करवाने के लिए यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान के अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए एक अंतरराज्यीय वॉट्सऐप ग्रुप बनाया गया है। इसके माध्यम से रियल टाइम सूचनाओं का आदान-प्रदान, मार्गों की स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण एवं अन्य आवश्यक सूचनाओं का तुरंत आदान-प्रदान किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली भ्रामक सूचना, फोटो, वीडियो की तथ्यात्मक जानकारी एक दूसरे से साझा करके भ्रामक सूचनाओं का तत्काल खंडन करवाया जाएगा। ग्रुप पर यातायात प्रबंधन, डायवर्जन स्कीम से संबंधित जानकारी साझा की जाएगी।
डीजीपी मुख्यालय में बने कंट्रोल रूम में भी आठ सदस्यीय टीम का गठन किया गया है, जो 24 घंटे सतर्क रहकर सभी प्रकार के मीडिया, यूपी 112 एवं अन्य समस्त माध्यमों से प्राप्त इनपुट की मॉनिटरिंग करेगी।
29,454 CCTV कैमरे और 395 ड्रोन कैमरे से नजर
कांवड़ यात्रा मार्ग के चप्पे-चप्पे की निगरानी के लिए 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही पूरे यात्रा मार्ग और अतिसंवेदनशील स्थानों पर 395 ड्रोन के जरिए नजर रखी जाएगी। इसके अलावा 1,222 पुलिस सहायता केंद्र/कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर सभी शिविरों की एंटी सेबटॉज चेकिंग के बाद उनमें सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं।
कांवड़ यात्रा में सुरक्षा इंतजाम के लिए 587 राजपत्रित अधिकारी, 2040 इंस्पेक्टर, 13520 एसआई, 39,965 हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल, 1486 महिला एसआई, 8541 महिला हेड कॉन्स्टेबल व कॉन्स्टेबल, 50 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल व पीएसी और 1,424 होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा आरएएफ, क्यूआरटी व एटीएस की टीमें भी तैनात की गई हैं।
अंतरराज्यीय वॉट्स ऐप ग्रुप बनाया
डीजीपी मुख्यालय के मुताबिक कांवड़ यात्रा को सकुशल करवाने के लिए यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान के अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए एक अंतरराज्यीय वॉट्सऐप ग्रुप बनाया गया है। इसके माध्यम से रियल टाइम सूचनाओं का आदान-प्रदान, मार्गों की स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण एवं अन्य आवश्यक सूचनाओं का तुरंत आदान-प्रदान किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली भ्रामक सूचना, फोटो, वीडियो की तथ्यात्मक जानकारी एक दूसरे से साझा करके भ्रामक सूचनाओं का तत्काल खंडन करवाया जाएगा। ग्रुप पर यातायात प्रबंधन, डायवर्जन स्कीम से संबंधित जानकारी साझा की जाएगी।
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