नई दिल्ली : देश में 1981 से 2023 तक हुए तमाम अपराधों का तुलनात्मक आंकड़ा पेश किया गया है। कोरोना काल 2020 में देश में अपराध के सबसे अधिक 42,54, 356 मामले दर्ज किए गए थे। जो कि 1981 से 2023 तक सबसे अधिक थे। 2020 को छोड़ दें तो देश में 2023 में अपराध की सबसे अधिक रेकॉर्ड घटनाएं दर्ज हुई।
इन अपराधों में हुई बढ़ोतरी
इनमें साइबर क्राइम, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में खासी बढ़ोतरी हुई। इसके अलावा किडनैपिंग, एक्सिडेंट और हिट एंड रन के मामले भी बढ़े। हालांकि, आंकड़ों के मुताबिक हत्या के मामलों में कमी आई है। देश के तमाम राज्यों में 2023 में 62 लाख 41 हजार 569 मुकदमे दर्ज किए गए। जो की 2022 में 58,24,946 के मुकाबले 7.2 फीसदी अधिक रहे।
साइबर अपराधों के भी बढ़े मामले
सबसे अधिक बढ़ोतरी साइबर अपराधों में हुई। जिसमें 2022 के मुकाबले रिकॉर्ड 31 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई। लोगों के साथ साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन और एक्सटॉर्शन जैसी घटनाओं में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। चोरी के मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अपहरण की घटनाओं में भी हुआ इजाफा
अपहरण के मामलों में भी 5 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। बालिग और नाबालिगों के अपहरण के आए 1,16 404 मामलों में 92 हजार से अधिक महिलाओं का अपहरण किया गया। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है। बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में 9 फीसदी से भी अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इन अपराधों में आई कमी
हालांकि, हत्या के मामलों में करीब तीन फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी दो फीसदी से अधिक की कमी दर्ज की गई। सीबीआई और एसीबी समेत भ्रष्टाचार के खिलाफ देश में आए दिन होने वाले एक्शनों के बावजूद देश में भ्रष्टाचार के मामलों में करीब दो फीसदी की कमी दर्ज की गई है। एक्सिडेंट और हिट एंड रन के मामलों में खासी बढ़ोतरी हुई है।
इन अपराधों में हुई बढ़ोतरी
इनमें साइबर क्राइम, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में खासी बढ़ोतरी हुई। इसके अलावा किडनैपिंग, एक्सिडेंट और हिट एंड रन के मामले भी बढ़े। हालांकि, आंकड़ों के मुताबिक हत्या के मामलों में कमी आई है। देश के तमाम राज्यों में 2023 में 62 लाख 41 हजार 569 मुकदमे दर्ज किए गए। जो की 2022 में 58,24,946 के मुकाबले 7.2 फीसदी अधिक रहे।
साइबर अपराधों के भी बढ़े मामले
सबसे अधिक बढ़ोतरी साइबर अपराधों में हुई। जिसमें 2022 के मुकाबले रिकॉर्ड 31 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई। लोगों के साथ साइबर फ्रॉड, डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन और एक्सटॉर्शन जैसी घटनाओं में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई। चोरी के मामलों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
अपहरण की घटनाओं में भी हुआ इजाफा
अपहरण के मामलों में भी 5 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। बालिग और नाबालिगों के अपहरण के आए 1,16 404 मामलों में 92 हजार से अधिक महिलाओं का अपहरण किया गया। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी बढ़ोतरी हुई है। बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में 9 फीसदी से भी अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इन अपराधों में आई कमी
हालांकि, हत्या के मामलों में करीब तीन फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी दो फीसदी से अधिक की कमी दर्ज की गई। सीबीआई और एसीबी समेत भ्रष्टाचार के खिलाफ देश में आए दिन होने वाले एक्शनों के बावजूद देश में भ्रष्टाचार के मामलों में करीब दो फीसदी की कमी दर्ज की गई है। एक्सिडेंट और हिट एंड रन के मामलों में खासी बढ़ोतरी हुई है।
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