लीड्स: भारत बनाम इंग्लैंड मैच में 4 बल्लेबाजों ने शतक जड़े। भारत के लिए यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और चौथे ओली पोप रहे। इंग्लैंड की पहली पारी में शानदार शतक लगाने वाले शीर्ष क्रम के बल्लेबाज ओली पोप ने माना कि उनके टीम में स्थान को लेकर काफी बातें हो रही थीं, लेकिन अब उनसे छुटकारा पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत के खिलाफ उसकी धरती पर खेली गई टेस्ट श्रृंखला में असफल रहने के बाद टीम में उनकी जगह को लेकर हो रही चर्चाओं पर ध्यान न देने से उन्हें वापसी करने में मदद मिली।
इंग्लैंड के उपकप्तान पोप ने पिछले साल भारत के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में 196 रन बना कर शानदार शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद जसप्रीत बुमराह और भारतीय स्पिनर ने उनकी कमजोरी का खुलासा करने में देर नहीं लगाई। वह अगले चार मैच में केवल 40 रन बना पाए जिससे टीम में उनकी जगह को लेकर चर्चा होने लगी थी। भारत के खिलाफ यहां पहले टेस्ट मैच में 106 रन बनाने वाले पोप ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘मैंने कोशिश की है कि इन चर्चाओं का मुझ पर ज्यादा असर न पड़े।’ बता दें कि 60 रनों के निजी स्कोर
उन्होंने कहा, ‘मैं बस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा हूं कि मेरा खेल यथासंभव बेहतर स्थिति में रहे और जब मैं बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरूं तो मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करूं। मैंने बाहर हो रही चर्चाओं पर ध्यान नहीं दिया और खुद को मानसिक रूप से मजबूत करने और अपने खेल को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया।’ पोप ने अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की कोशिश की है, जिससे उन्हें अपने पहले 30 रन तक पहुंचने के लिए बहुत अधिक दबाव महसूस नहीं होता और फिर वह बड़ी पारी खेलने के लिए तैयार हो जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह अपने खेल को थोड़ा बेहतर बनाने का प्रयास है। यह प्रक्रिया से जुड़ा है जिसका मैं पूरा आनंद लेकर आगे बढ़ना चाहता हूं। मैं रन बनाने के लिए किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहता हूं। मेरा प्रयास रहता है कि मेरा डिफेंस यथासंभव अच्छा रहे।’ अपनी शतकीय पारी के बारे में पोप ने कहा, ‘यह निश्चित रूप से (एक ऐसी पारी) थी जिसका मैंने वास्तव में आनंद लिया। मैं जिस तरह से खेल रहा था उससे मैं बहुत खुश हूं और मैं अपने खेल के स्तर से भी खुश हूं।’
इंग्लैंड के उपकप्तान पोप ने पिछले साल भारत के खिलाफ हैदराबाद में खेले गए पहले टेस्ट में 196 रन बना कर शानदार शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद जसप्रीत बुमराह और भारतीय स्पिनर ने उनकी कमजोरी का खुलासा करने में देर नहीं लगाई। वह अगले चार मैच में केवल 40 रन बना पाए जिससे टीम में उनकी जगह को लेकर चर्चा होने लगी थी। भारत के खिलाफ यहां पहले टेस्ट मैच में 106 रन बनाने वाले पोप ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद कहा, ‘मैंने कोशिश की है कि इन चर्चाओं का मुझ पर ज्यादा असर न पड़े।’ बता दें कि 60 रनों के निजी स्कोर
उन्होंने कहा, ‘मैं बस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहा हूं कि मेरा खेल यथासंभव बेहतर स्थिति में रहे और जब मैं बल्लेबाजी के लिए मैदान में उतरूं तो मौके का पूरा फायदा उठाने की कोशिश करूं। मैंने बाहर हो रही चर्चाओं पर ध्यान नहीं दिया और खुद को मानसिक रूप से मजबूत करने और अपने खेल को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित किया।’ पोप ने अपनी मानसिकता में बदलाव लाने की कोशिश की है, जिससे उन्हें अपने पहले 30 रन तक पहुंचने के लिए बहुत अधिक दबाव महसूस नहीं होता और फिर वह बड़ी पारी खेलने के लिए तैयार हो जाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह अपने खेल को थोड़ा बेहतर बनाने का प्रयास है। यह प्रक्रिया से जुड़ा है जिसका मैं पूरा आनंद लेकर आगे बढ़ना चाहता हूं। मैं रन बनाने के लिए किसी तरह की जल्दबाजी नहीं दिखाना चाहता हूं। मेरा प्रयास रहता है कि मेरा डिफेंस यथासंभव अच्छा रहे।’ अपनी शतकीय पारी के बारे में पोप ने कहा, ‘यह निश्चित रूप से (एक ऐसी पारी) थी जिसका मैंने वास्तव में आनंद लिया। मैं जिस तरह से खेल रहा था उससे मैं बहुत खुश हूं और मैं अपने खेल के स्तर से भी खुश हूं।’
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