हिमाचल प्रदेश के स्पीति वैली से एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है। 5 मई 2025 को काजा से नाको जाते समय कुछ लोगों ने सड़क पर एक स्नो लेपर्ड को चलते हुए देखा, जिसे आम बोलचाल में 'पहाड़ों का भूत' भी कहा जाता है।यह घटना शाम 6 से 7 बजे के बीच की है, जब यह ग्रुप टैबो पार कर करीब 8–10 किलोमीटर आगे बढ़ चुका था। कार के अंदर से फिल्माए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि बर्फीली घाटियों में रहने वाला यह रहस्यमयी जानवर पूरी शांति से सड़क पर आगे-आगे चल रहा है और कार उसके पीछे धीमी रफ्तार में चल रही है। स्पीति वैली में गाड़ी से दिख गया स्नो लेपर्डइस वीडियो में आप एक महिला को बोलते सुन सकते हैं- 'वो भाग रही है हमसे,” जिस पर दूसरा शख्स जवाब देता है, “भागेगी ही… पास मत जाओ, कांच तोड़ सकती है।” हालांकि, ग्रुप ने जानवर से सम्मानजनक दूरी बनाए रखी और स्नो लेपर्ड बिना डरे अपनी राह पर चलता रहा। इस वीडियो पर टेक्स्ट ओवरले है: “A rare encounter on the Spiti Valley Road”। वहीं, कैप्शन में लिखा है: “5 मई 2025, शाम 6 से 7 बजे के बीच, काजा से नाको जाते वक्त टैबो से लगभग 10 किलोमीटर आगे हमें वो पल मिला जिसे कभी नहीं भूल सकते — एक स्नो लेपर्ड सड़क पर दिखा! मई महीने में इनका दिखना लगभग नामुमकिन होता है। वो बड़ी शांति से खड़ा था, स्पीति की चट्टानों में जैसे घुल-मिल गया हो। वाकई, ये सफर का जादुई पल था।” दुनिया की सबसे elusive बिल्ली… इस वीडियो के सामने आते ही लोगों ने कमेंट्स में अपनी हैरानी और खुशी जाहिर की। एक शख्स ने लिखा - भाई, ये तो सपना है! कार में बैठे-बैठे स्नो लेपर्ड दिख गया? दूसरे ने कहा - दुनिया की सबसे elusive बिल्ली… वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर्स महीनों तलाशते हैं इसे… आप तो बेहद लकी हैं। तीसरे ने कहा - ये तो इतना रेयर है कि एक समय लोग मानते ही नहीं थे कि ये कोई अलग प्रजाति है!
वहीं कुछ यूजर्स ने स्नो लेपर्ड की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई गई। एक शख्स ने लिखा - ऐसे वीडियो मत डालो… शिकारी हर जगह ताक में रहते हैं। इन्हें बचाना है। दूसरे ने कहा -इंजन बंद करना चाहिए था। जानवर को मशीन की आवाज से डर लगता है। कौन है स्नो लेपर्ड?स्नो लेपर्ड यानी हिम तेंदुआ, बर्फीले पहाड़ों का बेहद दुर्लभ और शर्मीला शिकारी है। इसकी घनी खाल और प्राकृतिक छलावरण इसे चट्टानों में छिपने में माहिर बनाते हैं। ये आमतौर पर इंसानों से दूर ही रहते हैं और इनका दिखना अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं। और हां, यह शिकारी 'पहाडों के भूत' के रूप में मशहूर है। खुद को गर्म रखने के लिए ये अपनी लंबी-मोटी पूंछ को चारों ओर लपेटते हैं। ये म्याऊं की आवाज निकालते हैं। रात में 25-30 मील चले जाते हैं। ये लंबी छलांग लगाने और ग्रेविटी को चखमा देने में माहिर होते हैं।

You may also like
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत के साथ बढ़ते तनाव पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से की बात
पाकिस्तान में कितने रुपये का होता है एक महीने का Mobile Recharge! जानें भारत से सस्ता या महंगा ˠ
चलने-फिरने में असमर्थ महिला पहुँची SSP ऑफिस, कुछ घंटों में ही वापस मिला अपना घर
हिंदुओं को दीमक की तरह चाट रहा... सांसद प्रतिनिधि ने कांग्रेस को बताया छुपा आतंकी संगठन, भड़के कांग्रेसी
हनी ट्रैप और डिजिटल अरेस्ट, एसएसपी देहरादून ने कैडेट्स को दिए साइबर अपराध से बचने का मंत्र