हालांकि, भारतीय वर्कर्स को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि H-1B वीजा के ढेरों विकल्प मौजूद हैं। इनके जरिए आसानी से यूएस में जॉब करने के लिए एंट्री ली जा सकती है। सबसे अच्छी बात ये है कि इनमें से कुछ वीजा तो परमानेंट रेजिडेंसी का रास्ता भी खोलते हैं। आइए H-1B वीजा के पांच विकल्पों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
लॉटरी से छूट वाली जॉब के लिए वीजा
अमेरिका में कुछ ऐसे संगठन होते हैं, जिन्हें विदेशों से हायरिंग के लिए H-1B वीजा के लॉटरी सिस्टम का हिस्सा नहीं बनना पड़ता है। आसान भाषा में कहें तो यहां काम करने वाले वर्कर को H-1B वीजा तो मिलता है, लेकिन बिना लॉटरी में शामिल हुए। इसमें नॉन प्रॉफिट कॉलेज और यूनिवर्सिटी, नॉन प्रॉफिट रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, सरकारी रिसर्च संस्थान शामिल हैं। अगर यहां किसी विदेशी वर्कर को जॉब मिलती है, तो वह साल भर तक यहां काम कर सकते हैं। (Gemini)
कंपनी में ट्रांसफर के लिए L-1 वीजा
अगर किसी अमेरिकी कंपनी का दफ्तर देश के बाहर विदेश में है, तो वह वहां से भी वर्कर्स को यूएस में जॉब करने बुला सकती है। इसके लिए वर्कर को L-1 वीजा मिलेगा। ये H-1B वीजा का सबसे अच्छा विकल्प है। कंपनियों को इस वीजा के जरिए अपने कुछ कर्मचारियों को यूएस में लाने की इजाजत मिलती है। L-1 वीजा तभी मिलता है, जब कर्मचारी मैनेजर, एग्जिक्यूटिव या स्पेशलाइज्ड काम करने वाला हो। उसने लगातार तीन साल कंपनी में काम भी किया हो। (Gemini)
असाधारण प्रतिभा वाले लोगों के लिए O-1 वीजा

O-1 वीजा उन लोगों के लिए परफेक्ट है, जिन्होंने साइंस, आर्ट्स, बिजनेस और एथलेटिक्स जैसे सेक्टर्स में असाधारण क्षमता या महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। अगर किसी को राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवार्ड मिला है, किसी ने उल्लेखनीय प्रकाशन या विद्वतापूर्ण योगदान दिया है या फिर अपनी फील्ड में बेहतरीन काम किया है, तो O-1 वीजा मिल सकता है। अमेरिका में काम करने और रहने के लिए ये सबसे बेहतरीन वीजा माना जाता है। (Gemini)
इंटर्न और ट्रेनी के लिए J-1 वीजा
अमेरिका में एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए प्रोफेशनल वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने की सोच रहे लोगों के लिए J-1 वीजा सबसे बेहतरीन है। वैसे तो ये पारंपरिक वर्क वीजा नहींहै, लेकिन J-1 वीजा होने पर आप पेड ट्रेनिंग या इंटर्नशिप कर सकते हैं। J-1 वीजा हासिल करने के लिए आपको सबसे पहले किसी अमेरिकी संस्थान से स्पांसरशिप हासिल करनी होगी। ये वीजा आमतौर पर एक साल के लिए जारी किया जाता है। (Gemini)
H-1B की तर्ज पर B-1 वीजा
अमेरिका में बहुत सी कंपनियां हैं, जिन्हें हमेशा की स्पेशलाइज्ड वर्कर्स की जरूरत होती है। हालांकि, उन्हें इन वर्कर्स की जरूरत थोड़े वक्त के लिए होती है। यही वजह है कि ऐसी कंपनियां विदेशों से B-1 वीजा देकर हायरिंग करती हैं। H-1B के बदले B-1 वीजा कुछ शर्तों पर दिया जाता है। इसमें कर्मचारी को विदेशी पेरोल पर रहना चाहिए, नौकरी अस्थायी, शॉर्ट-टर्म और कर्मचारी की स्किल के अनुरूप होनी चाहिए और वीजा के दुरुपयोग से बचना चाहिए, शामिल हैं। (Gemini)
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