काहिरा, 6 अक्टूबर . गाजा में सीजफायर को लेकर अमेरिका के President डोनाल्ड ट्रंप के 20 सूत्रीय योजना के तहत सबसे पहले बंधकों की रिहाई पर हमास ने हामी भरी है. वहीं गाजा शांति समझौता के लिए हमास का प्रतिनिधिमंडल ट्रंप के प्लान पर चर्चा करने के लिए मिस्र पहुंचा है.
मिस्र के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी सिन्हुआ को बताया कि फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) का एक प्रतिनिधिमंडल Monday को लाल सागर के शहर शर्म अल शेख में मिस्र के साथ वार्ता की तैयारी के लिए Sunday को मिस्र पहुंचा.
सूत्रों के अनुसार, दोनों पक्ष अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप की गाजा सीजफायर योजना के तहत पहले चरण में कैसे काम करना है, इस पर बातचीत करेंगे.
दोनों पक्षों के बीच बंधक और कैदियों की अदला-बदली से लेकर हमास द्वारा अपने हथियार सौंपने पर चर्चा हो सकती है.
हमास के साथ चर्चा के बाद मिस्र का एक पक्ष इजरायल के साथ अलग बैठक करेगा. बाद में दोनों बैठकों के बारे में अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर को जानकारी दी जाएगी. बता दें, अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर भी मिस्र पहुंचेंगे.
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने Saturday को पुष्टि की है कि इजरायली और हमास प्रतिनिधिमंडलों के बीच Monday को बातचीत होगी. इस बातचीत में अमेरिका द्वारा प्रस्तावित 20-सूत्रीय योजना के तहत “सभी इजरायली बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के लिए क्षेत्रीय परिस्थितियों और विवरणों पर चर्चा की जाएगी.
अमेरिकी President ने कहा, “हमास को जल्दी कदम उठाना होगा, वरना सारे दांव बेकार हो जाएंगे. मैं देरी बर्दाश्त नहीं करूंगा. आइए इसे जल्द से जल्द पूरा करें.”
इससे पहले उन्होंने कहा था कि जब हमास पुष्टि करेगा, तो युद्धविराम तुरंत प्रभावी हो जाएगा, बंधकों और कैदियों की अदला-बदली शुरू हो जाएगी और हम वापसी के अगले चरण के लिए परिस्थितियां तैयार करेंगे.
—
केके/वीसी
You may also like
मध्य प्रदेश: एनएचआरसी ने करंट लगने से दो बच्चों की कथित मौत का लिया स्वतः संज्ञान
'बिग बॉस' हाउस से बाहर आते ही एक साल में बदल गई जिंदगी : शिल्पा शिरोडकर
अंजीर का पानी पीने से मिलेंगे 5 चौंकाने वाले स्वास्थ्य फायदे
उत्तराखंड: राज्यपाल ने अल्पसंख्यक शिक्षा विधेयक 2025 को दी मंजूरी, मदरसों के लिए अनिवार्य होगी बोर्ड से संबद्धता
मध्य प्रदेश-राजस्थान में कफ सिरप से बच्चों की मौत का ममाला: एनएचआरसी ने दिए जांच के आदेश