ग्वालियर, 14 अक्टूबर . Madhya Pradesh का ग्वालियर इन दिनों सुर्खियों में है, क्योंकि यहां 15 अक्टूबर को दो वर्ग से जुड़े लोग विरोध प्रदर्शन कर ताकत दिखाने वाले थे, मगर अब इन संगठनों ने प्रदर्शन का विचार त्याग दिया है.
इससे प्रशासन को राहत की सांस मिली है. ग्वालियर में पिछले कुछ दिनों से संविधान निर्माता डाॅ. अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने और उसके बाद आए एक विवादित बयान के चलते हालात तनावपूर्ण बन गए थे. दोनों ओर से अपने-अपने दावे किए जा रहे थे और बड़े प्रदर्शन कर अपनी ताकत दिखाने का भी ऐलान किया गया था.
इसके चलते प्रशासन की सांसे फूली हुई थीं. प्रशासन के अधिकारी लगातार विभिन्न सामुदायिक व सामाजिक संगठनों से संवाद कर रहे थे और इस प्रदर्शन को रोकना चाहते थे क्योंकि आशंका थी कि इस आयोजन के दौरान लोग माहौल बिगाड़ सकते हैं. संगठनों से जुड़े लोगों ने भरोसा दिलाया है कि 15 अक्टूबर को ग्वालियर जिले में किसी भी संगठन द्वारा कोई भी आयोजन या प्रदर्शन नहीं किया जाएगा.
संगठनों से जुड़े लोगों ने कहा है ग्वालियर जिले में शांति, सदभाव व आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए हम सब एकजुट हैं. social media के विभिन्न प्लेटफॉर्म के माध्यम से सामने आईं भड़काऊ व भ्रामक खबरों को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन व Police द्वारा पिछले दिनों से लगातार विभिन्न सामुदायिक संगठनों के साथ बैठकें की जा रही हैं. इसी कड़ी में विभिन्न संगठनों की संयुक्त बैठक वरिष्ठ प्रशासनिक एवं Police अधिकारियों की मौजूदगी में आयोजित हुई. इस बैठक में सभी ने अपने सकारात्मक विचारों का आदान-प्रदान किया.
इस बैठक के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं. सभी ने 15 अक्टूबर को कोई भी कार्यक्रम न करने का पुख्ता भरोसा जिला प्रशासन व Police को दिलाया है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन द्वारा Police के साथ मिलकर हर परिस्थिति से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं. ग्वालियर व मुरैना की सीमा पर स्थित निरावली सहित ग्वालियर को जोड़ने वाले अन्य मार्गों पर बैरीकेट्स लगाकर वाहनों की बारीकी से चैकिंग की जा रही है. साथ ही आश्रय स्थलों की जांच भी जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा की जा रही है.
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रुचिका चौहान द्वारा दीपावली त्योहार एवं वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखकर क्षेत्रवार कार्यपालक दण्डाधिकारियों की तैनाती की गई है. कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी चौहान द्वारा अलग-अलग प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर अस्त्र-शस्त्र लेकर चलने पर प्रतिबंध, बगैर अनुमति रैली, जुलूस, धरना व प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिलेवासियों से अपील की है कि सभी लोग मिलजुलकर शांति, सदभाव एवं आपसी भाईचारे के साथ सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में दीपावली त्यौहार मनाएं. साथ ही यदि कोई ग्वालियर शहर सहित जिले में कहीं भी शांति भंग करने की कोशिश करे तो उसकी सूचना तत्काल जिला प्रशासन व Police को दें. शांति भंग करने की जुर्रत करने वाले लोगों से प्रशासन व Police सख्ती से निपटेगा.
–
एसएनपी/डीएससी
You may also like
भगवान बुद्ध की करुणा और शांति की शिक्षाएं कर रही वैश्विक चुनौतियों का समाधान : केशव प्रसाद मौर्य
अडानी को मिल सकती हैं सहारा ग्रुप की 88 कीमती प्रॉपर्टीज, लेकिन SICCL पहुंचा सुप्रीम कोर्ट; जानें क्या है पूरा मामला
स्वदेशी का जल उठा दीप, अभियान से बदली कुम्हारों की तकदीर
Wi-Fi 8: नई तकनीक जो ब्रॉडबैंड से भी तेज इंटरनेट स्पीड देगी
मैथिली ठाकुर बीजेपी में हुईं शामिल, बिहार चुनाव लड़ने के सवाल पर यह बोलीं