कुआलालंपुर, 1 जून . जनता दल यूनाइटेड के सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल इंडोनेशिया की सफल यात्रा के बाद शनिवार को मलेशिया के कुआलालंपुर पहुंचा. यह प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से लड़ने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और सामूहिक संकल्प को व्यक्त करने के वैश्विक प्रयासों का हिस्सा है.
मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने ‘एक्स’ पर मलेशिया में भारत के उच्चायुक्त बी एन रेड्डी के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए तस्वीरें पोस्ट कीं.
मलेशिया में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा, “सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल कुआलालंपुर पहुंचा. प्रतिनिधिमंडल मलेशियाई मंत्रियों, संसद सदस्यों, थिंक टैंक, शिक्षाविदों, मीडिया और भारतीय समुदाय के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा और सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से लड़ने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और सामूहिक संकल्प को व्यक्त करेगा.”
इससे पहले, जेडी-यू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार दोपहर को अपनी विदेश यात्रा के अंतिम चरण मलेशिया के लिए इंडोनेशिया से रवाना हुआ.
इंडोनेशिया स्थित भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा, “संजय कुमार झा के नेतृत्व में बहुदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल आज दोपहर अपने इंडोनेशिया मिशन के सफल समापन पर मलेशिया के कुआलालंपुर में अपने दौरे के अंतिम चरण के लिए जकार्ता से रवाना हुआ.”
बयान में कहा गया है, “पिछले तीन दिनों में जकार्ता में विभिन्न महत्वपूर्ण हितधारकों के साथ हुई बातचीत के माध्यम से प्रतिनिधिमंडल भारत के सिद्धांतों और आतंकवाद के विरुद्ध शून्य सहनशीलता के दृढ़ रुख को दृढ़तापूर्वक व्यक्त करने में सफल रहा और इंडोनेशिया में सभी वार्ताकारों से स्पष्ट समर्थन प्राप्त किया.”
प्रतिनिधिमंडल ने इंडोनेशिया के विभिन्न थिंक टैंकों और शिक्षाविदों के साथ भी सार्थक चर्चा की.
जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया की यात्रा संपन्न करने के बाद, विदेश यात्रा के अंतिम चरण में मलेशिया के लिए जदयू सांसद झा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, हेमंग जोशी और प्रदान बरुआ, तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी, माकपा के राज्यसभा सदस्य जॉन बरितास, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और फ्रांस में भारत के पूर्व राजदूत मोहन कुमार भी शामिल हैं.
यह प्रतिनिधिमंडल उन सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है जिन्हें भारत ने 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का दायित्व सौंपा है, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंच बनाकर पाकिस्तान के आतंकवाद से संबंधों पर जोर दिया जा सके.
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया, तथा 7 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर सटीक हमले किए.
पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया. भारतीय सेना ने पाकिस्तानी कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया. 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य संचालन महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने की सहमति के साथ सीजफायर का फैसला लिया गया है.
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एएसएच/एएस
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