नई दिल्ली, 18 जून . राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू ने बुधवार को समाचार एजेंसी से बातचीत में देश की विदेश नीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक उपलब्धियों की तारीफ की.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि सरकार ने पहले भी साफ किया था और अब फिर स्पष्ट किया है कि वह भारत-पाकिस्तान मुद्दे पर किसी भी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करता. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत की कूटनीति मजबूत है और हाल के घटनाक्रम इसका सबूत हैं.
संधू ने बताया कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पीएम मोदी के निर्देश पर विश्व भर में प्रतिनिधिमंडल भेजे गए थे. वह स्वयं एक प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जो बहरीन, कुवैत, सऊदी अरब और अल्जीरिया गया. इन देशों से भारत ने मांग की कि पाकिस्तान को आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ में डाला जाए.
भाजपा सांसद ने खुशी जताई कि एफएटीएफ ने हाल ही में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने का नोटिस जारी किया है. उन्होंने इसे भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत बताया और कहा कि इससे पाकिस्तान की आतंकवाद के लिए फंडिंग पर रोक लगेगी.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आर्थिक रूप से कंगाल है, वहां भुखमरी, बीमारियां और पोलियो जैसी समस्याएं हैं. इसके बावजूद, पाकिस्तान कल्याणकारी फंड से मिलने वाली राशि का दुरुपयोग आतंकवाद के लिए करता है.
संधू ने बताया कि पिछले साल भारत में 27,000 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गईं, जो आतंकवाद के लिए इस्तेमाल हो रही थीं. एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल होने से पाकिस्तान की फंडिंग पर कड़ी निगरानी होगी, जिससे उसकी आतंकी गतिविधियां कमजोर पड़ेंगी.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि पाकिस्तान और ईरान जैसे देश वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ रहे हैं, जबकि भारत की स्थिति मजबूत हो रही है. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर राजनीति को निंदनीय बताया.
संधू ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग पीएम मोदी के जी7 दौरे और कनाडा यात्रा को लेकर झूठा प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने कनाडा में खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों के कमजोर प्रयासों का जिक्र किया और कहा कि केवल 35 लोग ही विरोध में आए, जो पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के प्रचार को दर्शाता है.
उन्होंने कनाडाई पीएम के बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत जैसे देश को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने इसे भारत की वैश्विक ताकत और पीएम मोदी की उपलब्धि बताया.
उन्होंने कहा कि कनाडा के साथ तनाव के बावजूद दोनों देशों के नेताओं ने त्वरित फैसला लिया, जिससे राजनयिक संबंध बहाल हुए. हाई कमिश्नर फिर से नियुक्त होंगे और वीजा सेवाएं शुरू होंगी. यह भारतीय प्रवासियों, खासकर पंजाबी और सिख समुदाय के लिए बड़ी राहत है.
उन्होंने भारत-कनाडा संबंधों को मजबूत करने के लिए व्यापार, शिक्षा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि भारत का कनाडा के साथ नौ अरब डॉलर का व्यापार है और तकरीबन 70 लाख लोग दोनों देशों के बीच यात्रा करते हैं. पीएम मोदी ने तनाव के बावजूद लोगों के हितों को प्राथमिकता दी.
उन्होंने विपक्ष पर देश विरोधी प्रचार करने का आरोप लगाया और कहा कि भारत की वैश्विक छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें नाकाम हो गईं.
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एसएचके/एकेजे
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