हाटा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये मदनी मस्जिद के एक हिस्से को निर्माण कमेटी के पक्षकारों ने शनिवार को खुद ही बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. मस्जिद के निर्माण में खर्च होने वाले पैसे और आय-व्यय का स्पष्ट ब्योरा नहीं देने पर निर्माण समिति के तीन पक्षों और अन्य के खिलाफ राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है.
लखनऊ: हाटा में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये मदनी मस्जिद के एक हिस्से को निर्माण कमेटी के पक्षकारों ने शनिवार को खुद ही बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. मस्जिद के निर्माण में खर्च होने वाले पैसे और आय-व्यय का स्पष्ट ब्योरा नहीं देने पर निर्माण समिति के तीन पक्षों और अन्य के खिलाफ राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस बल मौजूद थातोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान तनाव को देखते हुए प्रशासनिक टीम के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था. करमहा तिराहा के पास 2002 से बन रही चार मंजिला मदनी मस्जिद के निर्माण का मामला 17 दिसंबर 2024 को चर्चा में आया था. हिंदूवादी भाजपा नेता रामबचन सिंह ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि हाता में सरकारी जमीन पर कब्जा कर एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है. मापी के दौरान छह डिसमिल सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की जानकारी सामने आयी. प्रशासन ने काम रुकवाकर शासन को रिपोर्ट भेज दी है। नगर पालिका ने नक्शा भी मंगवाया, जो सात दिन पहले पक्षकारों ने प्रस्तुत किया था। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। ।
नक्शे की जांच की जा रहीजब नक्शे की जांच की जा रही थी, तब पुलिस ने मस्जिद के निर्माण पर खर्च किए जा रहे पैसे की जांच शुरू कर दी। स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर मस्जिद पक्ष के जाकिर, शाकिर, जफर और अन्य सदस्यों के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों, सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। यहां शनिवार को पक्षकारों ने अवैध निर्माण तोड़ने की बात कहते हुए खुद ही मस्जिद की चहारदीवारी गिरा दी. सीओ कसया कुंदन सिंह के नेतृत्व में चार थाने की पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रही।
बड़ी समस्या बन गयीवहीं, कुशीनगर जिले के तमकुहीराज में सड़क की पटरियों पर ठेले और रेहड़ी-पटरी वालों के अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. शहर की मुख्य सड़क से गुजरना नागरिकों व राहगीरों के लिए बड़ी समस्या बन गयी है. शुक्रवार को दोपहर एक बजे जाम के कारण गंभीर मरीजों को अस्पताल ले जाने में एंबुलेंस को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. नगर पंचायत अधिकारी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मुख्य मार्ग पर सड़क की दोनों पटरियों को इंटरलॉक करने में लाखों रुपये खर्च किये गये हैं.
लेकिन फुटपाथी व्यवसायियों ने अपनी दुकानें सड़क तक फैला ली है. हाता में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बनाये गये मदनी मस्जिद के एक हिस्से को निर्माण कमेटी के पक्षकारों ने शनिवार को खुद ही बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया. मस्जिद के निर्माण में खर्च होने वाले पैसे और आय-व्यय का स्पष्ट ब्योरा नहीं देने पर निर्माण समिति के तीन पक्षों और अन्य के खिलाफ राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस बल मौजूद थातोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान तनाव को देखते हुए प्रशासनिक टीम के अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद था. करमहा तिराहा के पास 2002 से बन रही चार मंजिला मदनी मस्जिद के निर्माण का मामला 17 दिसंबर 2024 को चर्चा में आया था. हिंदूवादी भाजपा नेता रामबचन सिंह ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि हाता में सरकारी जमीन पर कब्जा कर एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है. मापी के दौरान छह डिसमिल सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की जानकारी सामने आयी. प्रशासन ने काम रुकवाकर शासन को रिपोर्ट भेज दी है। नगर पालिका ने नक्शा भी मंगवाया, जो सात दिन पहले पक्षकारों ने प्रस्तुत किया था। ये खबर आप हिमाचली खबर में पढ़ रहे हैं। ।
नक्शे की जांच की जा रहीजब नक्शे की जांच की जा रही थी, तब पुलिस ने मस्जिद के निर्माण पर खर्च किए जा रहे पैसे की जांच शुरू कर दी। स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर मस्जिद पक्ष के जाकिर, शाकिर, जफर और अन्य सदस्यों के खिलाफ राष्ट्र विरोधी गतिविधियों, सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। यहां शनिवार को पक्षकारों ने अवैध निर्माण तोड़ने की बात कहते हुए खुद ही मस्जिद की चहारदीवारी गिरा दी. सीओ कसया कुंदन सिंह के नेतृत्व में चार थाने की पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रही।
बड़ी समस्या बन गयीवहीं, कुशीनगर जिले के तमकुहीराज में सड़क की पटरियों पर ठेले और रेहड़ी-पटरी वालों के अतिक्रमण के कारण जाम की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. शहर की मुख्य सड़क से गुजरना नागरिकों व राहगीरों के लिए बड़ी समस्या बन गयी है. शुक्रवार को दोपहर एक बजे जाम के कारण गंभीर मरीजों को अस्पताल ले जाने में एंबुलेंस को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. नगर पंचायत अधिकारी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। मुख्य मार्ग पर सड़क की दोनों पटरियों को इंटरलॉक करने में लाखों रुपये खर्च किये गये हैं. लेकिन फुटपाथी व्यवसायियों ने अपनी दुकानें सड़क तक फैला ली है.
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