एक जमाना था जब दादा या फिर नाना अपने घुटनों में दर्द की शिकायत करते थे, लेकिन आज 40 साल की उम्र के बाद ही ये परेशानी होने लगती है. लोग कहते हैं कि उनके घुटनों की ग्रीस खत्म हो गई है, जिसके चलते वो अब चल भी नहीं पाते हैं.
इस समस्या से निपटने के लिए लोग नी रिप्लेसमेंट करवाते हैं, लेकिन आयुर्वेद से भी इसका इलाज हो सकता है. बाबा रामदेव ने बताया कि कैसे आप अपने घुटनों की सेहत को ठीक रख सकते हैं और फिर से दौड़ सकते हैं.
घुटनों में कार्टिलेज घिसने को लेकर बाबा रामदेव का कहना है कि सबसे पहले हमने ये चूहों में देखा, जिसके बाद इंसानों पर इसका प्रयोग हुआ और उनमें भी ये सफल रहा. कुल मिलाकर कार्टिलेज रिपेयर हो सकता है. दो से नौ महीने में पूरे घुटने नए हो सकते हैं.
इन वजहों से होती है परेशानी
यूरिक एसिड, सीआरपी, एएनए, ईएसआर, एएसओ जैसी चीजों से घुटनों में दिक्कत आती है. अनहेल्दी तरीके से लाइफ जीने वाले लोगों को भी ये दिक्कत सबसे ज्यादा होती है. जो लोग खड़े होकर लगातार पानी पीते हैं, उनके घुटने भी खराब हो सकते हैं. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी ऑक्सीजन है. बाबा रामदेव ने बताया कि इसीलिए सभी को लंबी सांस लेनी चाहिए. जब शुद्ध ऑक्सीजन अंदर जाएगा तो कई बीमारियां खुद ही ठीक हो जाएंगीं.
क्या है घुटनों के दर्द का इलाज?
बाबा रामदेव ने बताया कि घुटनों में दर्द की समस्या से निपटने के लिए रोजाना सुबह एक चम्मच गाय का घी या वर्जिन कोकोनट ऑयल या फिर तिल का तेल लेना चाहिए. रात को मेथी दाना भिगोकर सुबह इसका पानी पीने से भी राहत मिलती है. साथ ही अश्वगंथा और शतावरी का इस्तेमाल भी करना फायदेमंद होता है. इसके अलावा प्राणायाम काफी जरूरी है. इन लोगों को भस्रिका, कपालभाति और अनुलोम विलोम करना चाहिए. बाबा रामदेव ने बताया कि जिन लोगों को घुटनों की तकलीफ नहीं है, उन्हें भी स्ट्रेचिंग वाले योगासन जरूर करने चाहिए. इससे बुढ़ापे में भी घुटनों में दर्द नहीं होगा.
इन बातों का भी रखें खयाल
घुटनों की सेहत के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल पर भी ध्यान देना जरूरी है. इसके लिए जरूरी विटामिन डी लें, यानी आपको धूप में रोजाना निकलना है. इसके अलावा आप हरी पत्तेदार सब्जियां और प्रोटीन भरपूर मात्रा में लें. वजन बढ़ने से भी घुटनों में दिक्कत शुरू हो सकती है, इसीलिए अपना वजन कंट्रोल करें.
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