सौंफ: एक प्राकृतिक स्वास्थ्य रक्षक
साँस की दुर्गंध को दूर करती है – सौंफ माउथ फ्रेशनर के रूप में कार्य करती है। इसमें सुगंधित तेल होते हैं जो मुँह की दुर्गंध को समाप्त करते हैं। इसे चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जिससे पाचन क्रिया में मदद मिलती है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण मुँह की दुर्गंध और मसूड़ों में संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करते हैं। टिप – भोजन के बाद सौंफ का सेवन करें। यदि मसूड़ों में संक्रमण है, तो सौंफ को पानी में उबालकर उस काढ़े से गरारा करें।
बदहजमी, कब्ज़ और ब्लोटिंग से राहत – सौंफ पाचन में सुधार करती है। इसे चबाने से पाचन क्रिया सक्रिय होती है और फाइबर मल को नरम करता है, जिससे कब्ज़ की समस्या दूर होती है।
मासिक धर्म के दर्द से राहत – सौंफ रक्त प्रवाह को संतुलित करती है, जिससे मासिक धर्म के दौरान दर्द में कमी आती है। टिप – एक पैन में पानी उबालें और उसमें सौंफ डालें। गुनगुना काढ़ा पीने से दर्द में राहत मिलती है।
कैंसर की संभावना को कम करती है – सौंफ में मैंगनीज होता है, जो एंटी-ऑक्सीडेंट एंजाइम का उत्पादन करता है, जिससे कैंसर का खतरा कम होता है।
एनीमिया से सुरक्षा – सौंफ में आयरन और ताँबा होते हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करते हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है।
वाटर रिटेंशन को कम करती है – सौंफ में मूत्रवर्धक गुण होते हैं, जो शरीर में पानी की रुकावट को कम करते हैं।
वज़न घटाने में मददगार – सौंफ का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन घटाने में सहायक होता है। टिप – सौंफ का पाउडर गर्म पानी में मिलाकर सेवन करें।
ब्लड-प्रेशर को नियंत्रित करती है – सौंफ में नाइट्राइट और नाइट्रेट होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। टिप – खाने के बाद सौंफ चबाने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
त्वचा के लिए फायदेमंद – सौंफ के एंटी-बैक्टीरियल गुण मुँहासों को रोकते हैं और त्वचा को स्वस्थ रखते हैं। टिप – सौंफ को उबालकर ठंडा करके टोनर के रूप में इस्तेमाल करें।
➡ सौंफ (Fennel) :
- भारतीय घरों में आमतौर पर सौंफ का उपयोग भोजन के बाद किया जाता है, क्योंकि यह मुँह की दुर्गंध को समाप्त करती है। इसमें ताँबा, आयरन, कैल्शियम, पोटाशियम, मैंगनीज, सिलीनीअम, जिंक और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं। आइए जानते हैं सौंफ के और भी लाभ।
➡ सौंफ के 9 अद्भुत फायदे :
विनम्र अपील : यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो कृपया इसे शेयर करें ताकि अन्य लोग भी इसका लाभ उठा सकें।
You may also like
मेघनाद का वध करना लक्ष्मण के लिए नहीं थाˈ आसान 14 साल तक दी थी इन 3 चीज़ों की कुर्बानी
मानसून सत्र की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर विस अध्यक्ष ने की बैठक
जयपुर ग्रामीण लोकसभा चुनाव की पुन: गणना को लेकर सुनवाई दो सप्ताह टली
एमपी-एमएलए के होते हैं चुनाव को छात्रसंघ चुनाव क्यों नहीं
यहां पत्नी के गर्भवती होते ही पति कर लेताˈ है दूसरी शादी जानिए चौंका देने वाली वजह